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गणतंत्र दिवस की झांकी पर विवाद के बीच राजनाथ सिंह का दो राज्यों को पत्र

पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु से झांकी के प्रस्तावों को खारिज किए जाने पर राजनीतिक सरगर्मी के बीच ये पत्र आए हैं.

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मंगलवार, 18 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) को पत्र लिखकर कहा कि गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) के लिए झांकियों को सेलेक्ट करने का फैसला विस्तृत दिशानिर्देशों के मुताबिक लिया जाता है.

दोनों राज्यों की झांकी प्रस्तावों को खारिज किए जाने को लेकर राजनीतिक गहमागहमी के बीच रक्षामंत्री का यह पत्र आया है.

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बंगाल की ओर से आई एंट्री ने स्वतंत्रता आंदोलन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और भारतीय राष्ट्रीय सेना के योगदान को प्रजेंट किया. इसके अलावा तमिलनाडु द्वारा प्रजेंट किए गए डिजाइन में वीओ चिदंबरनार जैसे प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों को दिखाया गया.

ममता बनर्जी के नाम लिखे अपने पत्र में, रक्षा मंत्री ने कहा कि

नरेंद्र मोदी सरकार नेताजी को बहुत सम्मान देती है और उनकी जयंती, 23 जनवरी के दिन को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाती है. उन्होंने यह भी कहा कि अब गणतंत्र दिवस समारोह उनकी जयंती के साथ शुरू होगा और 30 जनवरी को पूरा होगा.

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों के चयन की प्रक्रिया पारदर्शी है और निर्धारित दिशानिर्देशों के साथ होती है.

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कला, संस्कृति, संगीत और डांस के क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों की एक कमेटी राज्यों द्वारा भेजे गए डिजाइन प्रस्तावों की जांच करती है और तय करती है कि किसे सेलेक्ट करना है. इस वर्ष 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा भेजी गई एंट्रियों में से 12 डिजाइन प्रपोजल्स को मंजूरी दी गई है.
राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री

उन्होंने आगे कहा कि सेंट्रल पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट की झांकी भी नेताजी की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देती है.

बता दें कि पत्र के अंत में रक्षा मंत्री ने राज्य सरकार को गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि झांकियों का सेलेक्शन निर्धारित दिशानिर्देशों के मुताबिक किया जाता है. उन्होंने कहा कि राज्य के डिजाइन को पहले तीन राउंड की मीटिंग में मंजूरी मिल गई थी, लेकिन यह फाइनल राउंड की 12 सेलेक्टेड झांकियों में जगह नहीं बना सकी.

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तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

सोमवार, 17 जनवरी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड से बाहर करने पर सवाल उठाया.

तमिलनाडु की झांकी, जिसमें स्वतंत्रता सेनानी वीओसी, महाकवि भारथियार, रानी वेलु नचियार और मारुथु ब्रदर्स शामिल हैं, को गणतंत्र दिवस परेड में न शामिल करना निराशाजनक है. मैं चाहता हूं कि प्रधानमंत्री इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें.
एमके स्टालिन, मुख्यमंत्री, तमिलनाडु

मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु को चौथे दौर की बैठक के लिए नहीं बुलाए जाने पर आरोप लगाते हुए कहा कि विशेषज्ञ समिति ने अपने सदस्यों द्वारा सुझाए गए संशोधनों के अनुसार दिखाए गए सभी सात डिजाइनों को नजरअंदाज करने और अस्वीकार करने का विकल्प चुना है.

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ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम लिखे पत्र में कहा कि मैं गणतंत्र दिवस परेड से पश्चिम बंगाल सरकार की प्रस्तावित झांकी को भारत सरकार द्वारा अचानक बाहर करने के निर्णय से गहरा स्तब्ध और आहत हूं. यह हमारे लिए और भी चौंकाने वाला है कि झांकी को बिना कोई कारण बताए खारिज कर दिया गया.

मैं आपको बताना चाहती हूं कि पश्चिम बंगाल के सभी लोग केंद्र सरकार के इस रवैये से बहुत आहत हैं. यह जानकर हैरानी होती है कि बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के इस अवसर पर सेलिब्रेट करने के लिए राष्ट्रीय समारोह में कोई जगह नहीं मिली.
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल

बता दें कि केंद्र सरकार ने 2020 में भी पश्चिम बंगाल और केरल की झांकियों को खारिज कर दिया था.

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