कांग्रेस में इस्तीफों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अब एक और बड़े नेता ने पद छोड़ दिया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और बड़े नेता हरीश रावत ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है. हरीश रावत ने भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए ये फैसला लिया है.
हरीश रावत ने भी राहुल गांधी की राह पर चलते हुए 2019 लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार की जिम्मेदारी ली है. उन्होंने इस्तीफा देने के पीछे इसी को कारण बताया और पार्टी से इस्तीफा मंजूर करने को कहा
बुरी तरह मिली हार
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हरीश रावत को इस लोकसभा चुनाव में बड़ी हार देखनी पड़ी. नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट से मैदान में उतरे हरीश रावत को करीब तीन लाख 40 हजार वोटों से करारी हार मिली. बीजेपी नेता अजय भट्ट ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. हालांकि चुनाव से पहले इस सीट पर कड़ी टक्कर बताई जा रही थी. हरीश रावत कांग्रेस के पांच उम्मीदवारों में से एक बड़ा नाम थे.
चलेगा इस्तीफों का दौर?
पार्टी के मुखिया यानी राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर इस्तीफों का दौर चल सकता है. पार्टी के बड़े नेता अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं. लोकसभा चुनाव में हार के बाद कई प्रदेश अध्यक्षों ने अपना इस्तीफा दिया था. लेकिन राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि पार्टी का कोई भी बड़ा नेता हार की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है. अब हरीश रावत के इस्तीफे के बाद यही उम्मीद लगाई जा रही है कि कांग्रेस के कुछ और नेता भी पद छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं.
राहुल ने नतीजों के बाद की थी इस्तीफे की पेशकश
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें बदलाव के लिए अधिकृत किया था. इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े थे. हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वो कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें. लेकिन अंत में उन्होंने इस्तीफा दे दिया और पार्टी को जल्द नया अध्यक्ष चुनने को कहा.
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