लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद हार के वजहों की समीक्षा में जुटे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संघ से प्रचार के गुर सीखने की नसीहत दी है. शरद पवार ने कहा है कि कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों से सीखना चाहिए कि लोगों के संपर्क में कैसे रहा जाए. आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए शरद पवार ने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि वे घर-घर जाकर लोगों से मिलें.
शरद पवार ने की RSS की तारीफ
गुरुवार को पुणे के पास पिंपरी चिंचवड़ में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि उन्हें आरएसएस कार्यकर्ताओं की तरह प्रचार का एक सिस्टम तैयार करना चाहिए और पूरे तन-मन से मेहनत करनी चाहिए, तभी बड़ी कामयाबी मिलेगी. उन्होंने बीजेपी के एक सीनियर नेता के साथ हुई बातचीत का उदाहरण भी दिया.
शरद पवार ने कहा की रोजाना लोगों से मिलना, उनसे संपर्क में रहना चाहिए. आरएसएस और बीजेपी की इसी रणनीती की वजह से ही आज देश में ज्यादातर सीटों पर कमल खिल रहा है. पवार ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे कार्यकर्ताओं को ये आदत अपनाने की जरूरत है."
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“आरएसएस स्वयंसेवक तब तक किसी का पीछा नहीं छोड़ता, जब तक वो उस आदमी या परिवार से खुद बात न कर ले. इसके उलट एनसीपी कार्यकर्ता सिर्फ एक बार ही किसी परिवार का दरवाजा खटखटाता है. अगर घर पर कोई नहीं है तो दूसरी बार वहां जाने का कष्ट नहीं उठाता.”-शरद पवार, प्रमुख, एनसीपी
बीजेपी नेता की बात का उदाहरण
पवार ने बताया, "जब मैंने बीजेपी के एक सीनियर नेता से यह पूछा कि आपको आरएसएस की विचारधारा पसंद नही है, इसके बावजूद आप आरएसएस कार्यकर्ताओं को प्रचार में शामिल क्यों करते हो. इसपर उस बीजेपी नेता ने कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ता काफी ईमानदारी से प्रचार करते है, उन्हें अगर किसी चार-पांच घरो में जाकर प्रचार करने की जिम्मेदारी दी जाती है, तो वो तुरंत वहां पहुंचते है. 5 घरों में से एक घर बंद होगा तो बाद में एक घर के लिए भी वो जाते हैं." पवार ने आगे कहा, "उनका अनुकरण कर हमें भी जनता के बीच जाना होगा. जनता के सवालों पर आवाज उठाएं, घर- घर जाकर लोगों से संवाद साधें."
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