भारतीय राजनीति और महाराष्ट्र के इतिहास में सोमवार को एक अभूतपूर्व अध्याय जुड़ता देखा गया. मुंबई के होटल ग्रैंड हयात में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने अपने 162 विधायकों को शपथ दिलाई. इन विधायकों ने शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सोनिया गांधी के नाम पर शपथ ली.
शपथ में विधायकों ने कहा, “मैं शपथ लेता हूं कि शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सोनिया गांधी के नेतृत्व में अपनी पार्टी के प्रति ईमानदार रहूंगा. मैं किसी भी चीज का लालच नहीं करूंगा. मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगा जिससे बीजेपी को फायदा हो."
162 विधायकों की सार्वजनिक परेड
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने ऐसा बीजेपी और उसके सहयोगी अजित पवार गुट के 170 विधायकों की संख्या बल होने के दावे को 'झूठा' साबित करने के लिए किया गया. ये परेड सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार की सुबह इन पार्टियों की याचिका पर सुनवाई से महज 12 घंटे पहले की गई.
162 विधायकों की परेड के दौरान 'महा विकास अघाड़ी' में शामिल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के प्रमुख नेता शरद पवार, सुप्रिया सुले, संजय राउत, अशोक चव्हाण, नवाब मलिक, जितेंद्र अहवद, आदित्य ठाकरे और दूसरे नेता भी मौजूद रहे.
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा है कि फ्लोर टेस्ट के दिन सभी 162 विधायक देवेंद्र फडणवीस सरकार के खिलाफ वोट करेंगे और तब एक नई सरकार बनेगी.
इससे पहले विधायकों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी संख्या इतनी हो गई है कि अब हम एक फोटो में नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा, “हम लोग सिर्फ 5 सालों के लिए साथ नहीं आए हैं. हम अगले 10-15 सालों के लिए भी साथ आएं, हमने राज्य में इसकी शुरुआत की है. अब हम शिवाजी का झंडा लेकर साथ में महाराष्ट्र से बाहर भी निकलेंगे.”
फडणवीस सरकार के बहुमत के दावे के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए परेड के बाद फोटो-सेशन भी हुआ.
सुप्रीम कोर्ट कल सुनाएगा फैसला
तीनों दलों ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में शनिवार की सुबह आठ बजे बिना जानकारी के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने को चुनौती दी गई है. फडणवीस और पवार के शपथ ग्रहण के बाद से राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं
सोमवार को महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह राज्य के राज्यपाल द्वारा देवेंद्र फडणवीस को 23 नवंबर को सीएम के रूप में शपथ दिलाने के फैसले के खिलाफ शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की ओर से दायर याचिका पर मंगलवार को सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगी.
जस्टिस एनवी रमना, अशोक भूषण और संजीव खन्ना की बेंच इस मामले में फ्लोर टेस्ट कराने का फैसला सुना सकती है.
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