शिवसेना ने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने पर बने सस्पेंस को खत्म कर दिया है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी.
ठाकरे ने बांद्रा में अपने घर 'मातोश्री ' में संवाददाताओं से कहा,
अपनी पार्टी के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद हमने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने का फैसला किया है. मुझे नहीं लगता कि हमारे समर्थन के बाद बीजेपी के लिए उन्हें राष्ट्रपति निर्वाचित कराना कठिन होगा.
पहले कोविंद के नाम पर शिवसेना नहीं थी तैयार
एक दिन पहले पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोटों को हासिल करने के मकसद से उम्मीदवार बनाया गया है तो शिवसेना उनका समर्थन करने में रूचि नहीं रखती.
शिव सेना की पसंद थे मोहन भागवत
ठाकरे ने रविवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, “अमित शाह ने मुझसे मुलाकात की थी और अपने उम्मीदवार के लिए हमारा समर्थन मांगा था. बदले में मैंने उन्हें दो नाम सुझाये थे जिस पर उन्होंने कहा था कि बीजेपी विचार करेगी. लेकिन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नाम घोषित किये जाने के बाद शाह ने एक बार फिर मुझसे बात की और बताया कि जो नाम मैंने सुझाये थे, उन पर विचार किया गया, लेकिन उन्हें अपना उम्मीदवार नहीं बनाने की बीजेपी की अपनी वजहें हैं.
शिवसेना ने पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और कृषिविज्ञानी एम एस स्वामीनाथन के नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए सुझाये थे.
क्या विपक्ष के दलित कैंडिडेट को शिवसेना देगी समर्थन?
जब उद्धव ठाकरे से संवाददाताओं ने पूछा कि क्या विपक्ष के दलित उम्मीदवार खड़ा करने पर शिवसेना उनका समर्थन करेगी तो उन्होंने कहा कि उनका रुख अब नहीं बदलेगा.
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