सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि आम चुनाव में कांग्रेस मुख्य खिलाड़ी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हर राज्य की जमीनी हकीकत को ध्यान में रखते हुए चुनाव के लिए क्षेत्रीय दलों को आपसी साझेदारी बनानी होगी.
बीजेपी के खिलाफ संयुक्त मुकाबले के सवाल पर येचुरी ने कहा:
हमारे देश का विविधता का गुण राजनीति में भी दिखता है. अब उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी साथ आ गये हैं, लेकिन इससे वामदलों और कांग्रेस के राजनीतिक हित प्रभावित नहीं होंगे. यही स्थिति बिहार के अररिया उपचुनाव में भी हुई. कई राज्यों में कांग्रेस मुख्य खिलाड़ी नहीं है, इसलिये भारत में लगभग हर राजनीतिक गठजोड़ चुनाव के बाद आकार ले पाता है. अलग-अलग दलों के बीच बड़े पैमाने पर आपसी समझ कायम हो पाना मुमकिन नहीं है. इसलिये हालात के मद्देनजर स्थानीय आधार पर आपसी समझ कायम करते हुये राजनीतिक गठजोड़ करने पड़ेंगे. राजनेताओं को भी इस वास्तविकता को समझना होगा.सीताराम येचुरी
बता दें, हाल ही में सीपीएम की पार्टी कांग्रेस में येचुरी को अगले 3 साल के लिये पार्टी का दोबारा महासचिव चुना गया. एसपी, बीएसपी और कांग्रेस सहित अन्य दलों के शीर्ष नेताओं ने येचुरी को महासचिव बनाये जाने पर बधाई दी. बधाई देने वाले नेताओं को धन्यवाद करते हुये येचुरी ने कहा कि सभी विपक्षी दलों के नेताओं को उम्मीद है कि हम-सब मिलकर काम करेंगे.
चुनाव को लेकर भविष्य की रणनीति
अगले आम चुनाव को लेकर भविष्य की रणनीति के सवाल पर येचुरी ने कहा, ‘‘यह उस समय की जमीनी हकीकत पर निर्भर करेगा, पार्टी की केन्द्रीय समिति उस समय ही कोई फैसला करेगी. लेकिन किसी मोर्चे के गठन या कांग्रेस के साथ गठबंधन का सवाल न पहले था और न ही अब होगा.''
उन्होंने साफ किया, ‘‘इस तरह के तमाम मोर्चों का हमारा पुराना अनुभव रहा है, लेकिन इन्हें समर्थन देने का हमारा फैसला हमेशा इनकी नीतियों पर आधारित रहा है.”
5 दिन तक चली पार्टी कांग्रेस में उभरी भविष्य की कार्ययोजना के सवाल पर येचुरी ने कहा कि अगले चुनाव में बीजेपी को हराने के लक्ष्य के साथ सीपीएम एकजुट होकर काम करेगी.
(इनपुट भाषा से)
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