पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता धर्मेंद्र सिंह उर्फ धारुआ को बुधवार दोपहर उत्तर 24-परगना जिले में उनके घर के पास दो बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी. 40 वर्षीय धर्मेद्र सिंह, जो काकीनाडा इलाके में एक स्थानीय टीएमसी नेता हैं, उन्हें गोली लगने के बाद राजकीय अस्पताल ले जाया गया. बाद में उन्हें कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
बीजेपी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे
इस घटना में उनपर बदमाशों ने दो गोलियां चलाई, लेकिन एक का निशाना चूक गया, जबकि दूसरी गोली गर्दन में जा लगी. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है और क्षेत्र की घेराबंदी कर छानबीन की जा रही है. सिंह हाल ही में बीजेपी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे.
पश्चिम बंगाल के खाद्य मंत्री और उत्तर 24-परगना के टीएमसी जिला अध्यक्ष ज्योतिप्रिया मलिक ने कहा कि बैरकपुर से बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह का हमले के पीछे हाथ है.
उन्होंने कहा, "फायरिंग अर्जुन सिंह के इशारे पर हुई है. हमने उनके खिलाफ भाटपारा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है."
हालांकि, सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि वह धर्मेंद्र सिंह और उनके राजनीतिक जुड़ाव को भी नहीं जानते हैं. इस हमले के पीछे टीएमसी का हाथ हो सकता है. बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी विधायक देवेंद्र नाथ रे की मौत के बाद बवाल चल ही रहा है, बीजेपी विधायक का शव उत्तर दिनाजपुर जिले में अपने घर के पास फंदे से लटका हुआ पाया गया था. जिसके बाद प्रदेश बीजेपी नेताओं ने इसे हत्या बताया और कहा कि इसकी सीबीआई से जांच करानी चाहिए. बीजेपी नेता सड़कों पर उतर गए और नॉर्थ बंगाल में 12 घंटे के लिए बंद बुलाया गया है. साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए जा रहे हैं.
बीजेपी नेता लगातार पश्चिम बंगाल में पार्टी नेताओं पर हो रहे अत्याचार का जिक्र कर रहे हैं. ममता सरकार पर आरोप लगाया जा रहा है कि उनके राज में बीजेपी नेताओं को टारगेट किया जा रहा है.
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