तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर राजभवन में ओएसडी पदों पर अपने परिवार के लोगों और परिचितों को नियुक्त करने का आरोप लगाया है.
मोइत्रा ने ट्विटर पर एक लिस्ट शेयर की है, जिसमें राज्यपाल के ओएसडी अभ्युदय शेखावत, ओएसडी-समन्वय अखिल चौधरी, ओएसडी-प्रशासन रुचि दुबे, ओएसडी-प्रोटोकॉल प्रसंत दीक्षित, ओएसडी-आईटी कौस्तव एल वलिकर और नए अप्वाइंट किए गए ओएसडी किशन धनखड़ का नाम है.
मोइत्रा ने कहा है कि शेखावत धनखड़ के बहनोई के बेटे, रुचि दुबे उनके पूर्व एडीसी मेजर गोरांग दीक्षित की पत्नी और प्रसंत दीक्षित भाई हैं. टीएमसी सांसद ने कहा कि वलिकर, धनखड़ के मौजूदा एडीसी जनार्दन राव के बहनोई हैं, जबकि किशन धनखड़ राज्यपाल के एक और करीबी रिश्तेदार हैं.
मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जताने से संबंधित धनखड़ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ''अंकलजी पश्चिम बंगाल की 'चिंताजनक स्थिति' सुधर जाएगी अगर आप क्षमा-याचना करके वापस दिल्ली चले जाएं और कोई दूसरी नौकरी तलाश लें.''
इसके आगे उन्होंने लिखा, ''कुछ सुझाव हैं: 1. विपक्ष को कैसे बेहतर तरीके से ठोक दो, इसको लेकर मुख्यमंत्री अजय बिष्ट योगी के सलाहकार बन जाइए. 2. महामारी के दौरान कैसे बेहतर तरीके से छुपा जाए, इसके लिए गृह मंत्री के सलाहकार बन जाइए. ''
मोइत्रा ने अगले ट्वीट में कहा है, ‘’और हां, जब आप वापस जाएं तो पश्चिम बंगाल के राजभवन में बसे अपने विस्तारित परिवार को साथ ले जाएं.’’
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, टीएमसी सांसद से संपर्क किया गया तो उन्होंने धनखड़ को लेकर कहा, ''हम सभी के पास उसने सवाल पूछने का लोकतांत्रिक अधिकार है. वह राज्य सरकार से सवाल पूछते रहते हैं. मैं उनसे आईना देखने का अनुरोध करती हूं. वह अपने पूरे गांव और खानदान को राजभवन ले आए हैं.''
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