कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने लोकसभा चुनाव 2019 में कर्नाटक में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का ठीकरा जेडीएस के सिर पर फोड़ा है. मोइली ने कहा है कि अगर कांग्रेस का जेडीएस के साथ गठबंधन नहीं होता तो पार्टी को कर्नाटक की 15-16 लोकसभा सीटें मिल जातीं. उन्होंने यह बात 22 जून को एक सवाल के जवाब में कही. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जेडीएस के साथ गठबंधन पर भरोसा करना एक गलती थी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली इस साल हुए लोकसभा चुनाव में चिक्काबल्लापुर सीट पर बीजेपी के बीएन बचे से 1,82,110 वोटों से हार गए. इस चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस को कर्नाटक की 28 सीटों में से महज 1-1 सीट मिली है, जबकि बीजेपी को 25 सीटें मिली हैं.
मोइली ने कहा कि वह भले ही चिक्काबल्लापुर से हार गए हों, लेकिन उन्हें यहां की जनता पर अभी भी भरोसा है. उन्होंने कहा कि उनका फिर से चुनावी मैदान में उतरना तय नहीं है क्योंकि अब ऐसा करने की उनकी इच्छा नहीं है.
कर्नाटक सरकार की तरफ इशारा करते हुए मोइली ने कहा, ‘’जो लोग सत्ता में हैं, उन्हें सरकार बचाने के अलावा जनता की जरूरतों पर भी ध्यान देना चाहिए, जिसकी प्रशासन को लेकर राय अच्छी नहीं है.’’
इसके साथ ही मोइली ने कहा, ''उसके (जेडीएस) साथ जाकर हम हार का सामना कर चुके हैं. एक बार यह खराब अनुभव हो चुका है, यह दोबारा नहीं होना चाहिए. हमें अपनी पार्टी को फिर से गठित करके चुनाव में उतरना चाहिए.''
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