लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच नोंकझोंक और तेज हो गई है. ममता बनर्जी लगातार बीजेपी को घेरती दिख रहीं हैं. सोमवार को ममता बनर्जी ने बीजेपी पर पश्चिम बंगाल को लेकर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि टीएमसी ईवीएम से बैलट पर लौटने के लिए डोर-टू-डोर कैंपेनिंग करेंगी.
बीजेपी बंगाल के बारे में फर्जी खबरें फैलाने की कोशिश कर रही है. टीएमसी घर-घर जाकर प्रचार करेगी. लोकतंत्र बचाना है, हमें ईवीएम नहीं बैलट पेपर चाहिए. ईवीएम पर एक तथ्य खोज समिति होनी चाहिए.ममता बनर्जी
बंगाल में ‘जयश्री राम’ पर आमने-सामने ममता और बीजेपी
बंगाल में ‘जय श्रीराम’ को लेकर बीजेपी और ममता बनर्जी आमने-सामने हैं. दरअसल, पिछले दिनों ममता बनर्जी बीजेपी समर्थकों द्वारा लगाए जा रहे ‘जय श्रीराम’ के नारों पर भड़क गईं. इसके बाद बीजेपी ममता बनर्जी को आक्रामक तरीके से घेरने में जुटी है. हालांकि, ममता का कहना है कि जय श्रीराम से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, बीजेपी इसका सियासी फायदा उठा रही है.
बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी बार-बार ‘जय श्री राम’ का इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति में मिला रही है. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा-
जय सिया राम, जय रामजी की, राम नाम सत्य है आदि के धार्मिक और सामाजिक निहितार्थ हैं. लेकिन बीजेपी धार्मिक नारे जय श्री राम को अपनी पार्टी के नारे के तौर पर गलत तरीके से इस्तेमाल कर धर्म को राजनीति से मिला रही है.
उन्होंने कहा, "हम तथाकथित आरएसएस के नाम पर दूसरों पर राजनीतिक नारों को थोपने का सम्मान नहीं करते जिसे बंगाल ने कभी स्वीकार नहीं किया. यह बर्बरता और हिंसा के माध्यम से नफरत की विचारधारा को बेचने का एक जानबूझकर किया जा रहा प्रयास है जिसका हमें विरोध करना चाहिए."
यह स्पष्ट करते हुए कि उन्हें किसी भी पार्टी के नारे के साथ कोई समस्या नहीं है, उन्होंने लिखा, "प्रत्येक राजनीतिक दल का अपना नारा होता है. मेरी पार्टी के पास जय हिंद, वंदे मातरम का नारा है. वामपंथियों का नारा है इंकलाब जिंदाबाद. अन्य पार्टियों के अलग-अलग नारे हैं. हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं."
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि कोई भी हर समय लोगों को 'मूर्ख' नहीं बना सकता है. उन्होंने बंगाल में फैलाए जा रहे विभाजन के प्रयास के प्रति लोगों को चेताया.
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