2019 के आमचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की नजर भले ही पूरे देश पर हो लेकिन फोकस उत्तर प्रदेश पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महीने के कार्यक्रमों पर नजर डालें तो ये बात साफ हो जाती है. जुलाई के बचे हुए दिनों में पीएम मोदी यूपी में चार रैलियां और करोड़ों रुपये की कई परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे.
मुलायम की सीट, मोदी का प्रचार
शुरुआत होगी आजमगढ़ से जहां प्रधानमंत्री पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करने के साथ एक रैली भी करेंगे. यूपी बीजेपी लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाले इस 341 किलोमीटर एक्सप्रेसवे के शिलान्यास का बढ़ चढ़ कर प्रचार कर रही है. इसकी सियासी अहमियत इस बात से समझिए कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की सीट है.
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के गठबंधन के बाद बीजेपी गोरखपुर, फूलपुर और कैराना की लोकसभा सीटें और नूरपुर की विधानसभा सीट गंवाने के दर्द से उबर नहीं पाई है. यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं जिनमें से 71 अकेले बीजेपी के पास हैं. लेकिन विपक्षी गठबंधन के बाद उपचुनावों में लगे झटकों ने बीजेपी की नींद उड़ा रखी है.
आसार इसी बात के हैं कि आजमगढ़ रैली के ‘पावर-शो’ में पीएम के निशाने पर एसपी-बीएसपी गठबंधन होगा, ओबीसी, एमबीसी और दलितों को साधने की कोशिश होगी और अगले हफ्ते शुरु हो रहे संसद सत्र में तीन तलाक बिल पास करवाने की बात कहकर पीएम आजमगढ़ की मुस्लिम बहुल आबादी को भी कोई संदेश देना चाहेंगे.
विकास बहाना, सियासी निशाना
आजमगढ़ के बाद मोदी अपनी लोकसभा सीट वाराणसी जाएंगे जहां वो बुद्धिजीवियों के एक समूह को संबोधित करेंगे. अगली सुबह वो मिर्जापुर जाएंगे जो अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की सीट है. पीएम के कार्यक्रम में शामिल है-
- मिर्जापुर में 3200 करोड़ रुपये की लागत वाली बाणसागर परियोजना का लोकार्पण
- योजना से मिर्जापुर और इलाहाबाद जिले के 1.70 लाख किसान को फायदा पहुंचाने का दावा
- चुनार में गंगा नदी पर बने पक्के पुल और पांच वेलनेस सेंटर का लोकार्पण
- पिपराडाड में मेडिकल कॉलेज की नींव
- मिर्जापुर-इलाहाबाद नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण की परियोजना
यूपी में बीजेपी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पिछले दिनों सरकार के खिलाफ काफी बयान दिए. सूत्रों के मुताबिक अपना दल के गढ़ में पीएम मोदी के इन कार्यक्रमों का मकसद इसी सियासी पेंच को साधना है. पूर्वांचल के ओबीसी वोटरों में एसबीएसपी और अपना दल दोनों की पैठ मानी जाती है. तो अपना दल से पक्की दोस्ती दिखाकर बीजेपी एसबीएसपी को संदेश देना चाहेगी.
इसीलिए पीएम के कार्यक्रमों में अपना दल के तमाम विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी तय की जा रही है.
किसानों पर नजर
21 जुलाई को प्रधानमंत्री शाहजहांपुर में एक किसान रैली को संबोधित करेंगे. रैली में अवध इलाके के तमाम जिलों के किसानों को पहुंचाने की योजना है. इससे पहले यूपी के तमाम ग्रामीण विधानसभा इलाकों में किसान सम्मेलन किए जाएंगे जिनमें केंद्र सरकार के हाथों न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी के संदेश को हाईलाइट किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक 29 जुलाई को पीएम मोदी लखनऊ का दौरा कर सकते हैं जहां वो साठ हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं से जुड़े अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
आप यूपी को दी जा रही अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए कि इस साल के अंत में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं. लेकिन पीएम मोदी ने इतने लोकलुभावन दौरे तो अब तक उन राज्यों में भी नहीं किए हैं.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू देखने के लिए क्लिक करें.
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