राजस्थान (Rajasthan) के अलवर जिले (Alwar) में पुलिस की स्पेशल टीम ने एक बड़ा खुलासा किया है. शुक्रवार, 13 मई को बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा (Constable Exam) के अभ्यर्थियों को गलत तरीके से पास कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.
पुलिस ने ऐसे 2 लोगों को गिरफ्तार किया जो युवाओं को नौकरी लगवाने का झांसा देकर 15-15 लाख रुपये की मोटी रकम वसूल रहे थे. इन आरोपियों की पहचान गांव नंगल निवासी अमित कुमार यादव और कान्हावास थाना मांढ़ण निवासी दीपक उर्फ गौरी शंकर के रूप में की गई है.
दोनों के पास से पुलिस ने मोबाइल जब्त किया है, जिसमें भर्ती से संबंधी व्हाट्सएप चैट मिले हैं.
15 लाख रूपये में करते पेपर पास कराने का दावा
कांस्टेबल परीक्षा में कथित धोखाधड़ी करने वाले दोनों गिरफ्तार आरोपी 15 लाख रुपए में बेराजगार युवकों को नौकरी का झांसा देते थे. आरोपी पैसे लेकर युवकों को परीक्षा से पेपर पहले पेपर दिखाकर पास करवाने का दावा करते थे.
भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार ने बताया कि कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षाओं में स्मार्ट गैजेट का प्रयोग कर नकल कराने का प्रयास करते थे. ऐसे गिरोहों और संदिग्ध व्यक्तियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी. अपराधियों की धरपकड़ के लिए एडिशनल पुलिस SP अतुल साहू के सुपरविजन में विशेष टास्क टीम का गठन किया गया था.
परीक्षा के पहले दिन करीब 65% अभ्यर्थियों की ही उपस्थिति
कॉन्स्टेबल परीक्षा के पहले दिन दो पारियों में करीब 65 प्रतिशत अभ्यर्थियों की ही उपस्थिति रही. एडीजी भर्ती बिनीता ठाकुर ने बताया कि पहले दिन निर्धारित साढ़े 5 लाख में से करीब साढ़े 3 लाख अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी.
एसपी ने बताया कि शुक्रवार को डीएसटी टीम को सूचना मिली की आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ एक गिरोह बनाकर कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में गलत तरीकों से अभ्यर्थियों को पेपर पास कराने की योजना पर काम कर रहे थे. सूचना पर डीएसटी के एएसआई हरविलास ने इसकी पुष्टि की. उसके बाद आरोपी अमित कुमार और दीपक उर्फ गौरीशंकर को गिरफ्तार किया गया.
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