केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीसीसीआई अध्यक्ष और भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के आवास पर शुक्रवार को भोजन किया था, जिसके एक दिन बाद उनकी पत्नी डोना गांगुली की एक टिप्पणी ने उनके पति की सक्रिय राजनीति में शामिल होने की संभावना को बढ़ा दिया है।
शनिवार की सुबह, गांगुली और उनकी पत्नी डोना यहां एक निजी अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर मौजूद थे, जहां बाद में बीसीसीआई अध्यक्ष के सक्रिय राजनीति में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह टिप्पणी की।
डोना ने कहा, अनुमान लगाना लोगों का काम है। अगर ऐसा कुछ होता है, तो सभी को इसका पता चल जाएगा। मैं बस इतना कह सकती हूं कि सौरव राजनीति में अच्छा करेंगे और लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके परिवार के बहुत करीब हैं। राज्य के परिवहन मंत्री और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मेयर फिरहाद हाकिम भी उद्घाटन के दौरान मौजूद थे और उन्होंने सौरव और डोना गांगुली के साथ मंच साझा किया।
डोना ने कहा कि शुक्रवार शाम को अमित शाह के साथ रात्रिभोज के दौरान राजनीति पर चर्चा नहीं हुई।
शाह, राज्य भाजपा अध्यक्ष और पार्टी सांसद सुकांत मजूमदार और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के साथ दक्षिण कोलकाता के बेहाला में गांगुली के आवास पर भोजन किया था।
सौरव ने बाद में उनके राजनीति में शामिल होने की बात को खारिज करते हुए दावा किया कि इन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। हालांकि, शनिवार की सुबह डोना की टिप्पणी ने उन अफवाहों को फिर से हवा दे दी है।
गांगुली हमेशा राजनीतिक रेखाओं से परे राजनीतिक नेताओं के पसंदीदा रहे हैं। वह पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री, बुद्धदेव भट्टाचार्य और राज्य के पूर्व नगरपालिका मामलों और वाम मोर्चा शासन में शहरी विकास मंत्री, अशोक भट्टाचार्य के भी करीबी थे।
2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ऐसी अफवाहें थीं कि गांगुली भाजपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं। लेकिन वैसा नहीं हुआ।
--आईएएनएस
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