साउथ अफ्रीका के प्रेसिडेंट साइरिल रेमाफोसा आने वाले रिपब्लिक डे के लिए चीफ गेस्ट होंगे. रेमाफोसा इसी साल फरवरी में साउथ अफ्रीका के प्रेसिडेंट बने हैं.
इससे पहले डोनल्ड ट्रंप ने भारत का न्योता स्वीकार करने से मना कर दिया था. अपने जवाब में दूसरी कार्यक्रम में व्यस्त रहने की बात कही थी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी एडमिनिस्ट्रेशन का कहना था कि इंडिया के रिपब्लिक डे के आसपास ही ट्रंप का स्टेट ऑफ यूनियन एड्रेस होना है. इसमें फेरबदल की गुंजाइश भी नहीं थी. ट्रंप प्रशासन के मुताबिक विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी एड्रेस के वक्त को तय करने में निर्णायक भूमिका निभाएगी. इसलिए ट्रंप इसमें ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं.
गांधी को मानने वाले हैं रेमाफोसा
रेमाफोसा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं. रेमाफोसा ने इस साल अप्रैल में करीब 5000 लोगों वाली 'गांधी वाक' का नेतृत्व किया था. पहली बार गांधी वाक में साउथ अफ्रीका का कोई प्रेसिडेंट शामिल हुआ था.
रेमाफोसा रंगभेद की नीति के खिलाफ संघर्ष करने वालों में रहे हैं. उन्होंने मजदूरों का भी नेतृत्व किया है. रेमाफोसा 2014 से 2018 के बीच साउथ अफ्रीका के वाइस प्रेसिडेंट थे. इस साल जून में प्रधानमंत्री मोदी ने BRICS समिट के दौरान रेमाफोसा से मुलाकात की थी.
इस साल एशियान देशों के 10 नेता रिपब्लिक डे पर चीफ गेस्ट थे. इससे पहले यूएस प्रेसिडेंट बराक ओबामा, फ्रेंच प्रेसिडेंट होलांडे और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाह्यान भी रिपब्लिक डे पर गेस्ट रह चुके हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)