मौजूदा किसान आंदोलन को कई वैश्विक हस्तियों का समर्थन मिलने और केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया पर वैश्विक आलोचना के जवाब में भारतीय सेलिब्रिटीज की ओर से ट्वीट किए जाने के मामले में महाराष्ट्र सरकार जांच कराएगी. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि राज्य का खुफिया विभाग इस मामले की जांच करेगा.
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पार्टी प्रवक्ता सचिन सावंत ने जूम ऐप के जरिए देशमुख से बातचीत की थी. इस दौरान उन्होंने देशमुख से मांग की थी कि सेलिब्रिटीज के ट्वीट करने के मामले की जांच की जाए और पता लगाया जाए कि कहीं केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी ने इन सेलिब्रिटीज पर ट्वीट करने के लिए किसी तरह का दबाव तो नहीं डाला था.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने सावंत को भरोसा दिलाया कि राज्य का खुफिया विभाग इस मामले की जांच करेगा और पता लगाएगा कि क्या सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर जैसी हस्तियों पर ट्वीट करने के लिए केंद्र का दबाव था.
शरद पवार और राज ठाकरे भी दे चुके हैं इस मामले पर प्रतिक्रिया
भारतीय सेलिब्रिटीज के ट्वीट करने के मामले पर हाल ही में एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा था, ''उनके (भारतीय हस्तियों) के रुख पर बहुत से लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. मैं सचिन (तेंदुलकर) को सलाह दूंगा कि किसी अन्य फील्ड के बारे में बोलते समय सावधानी बरतें.''
वहीं एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था, ‘‘सरकार को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर जैसी बड़ी हस्तियों से उसके रुख के समर्थन में ट्वीट करने के लिए नहीं कहना चाहिए था और उनकी प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए था. उन्हें भारत रत्न मिला है. इस टास्क के अक्षय कुमार जैसे एक्टर ही पर्याप्त हैं.’’
ठाकरे ने कहा था कि विदेशी हस्तियों की ओर से किसानों का समर्थन करना भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने जैसा था, तो ट्रंप के समर्थन में पीएम मोदी का नारा भी समस्या भरा था.
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