दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से लगभग तीन गुना अधिक है. अगर आसान भाषा में कहें तो दिल्ली के लोग देश के दूसरे लोगों की तुलना में तीन गुना अधिक कमाते हैं. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 23 मार्च को विधान सभा में बजट पेश करते हुए ये जानकारी दी. उन्होंने कहा साल 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय 389143 रुपये थी जो राष्ट्रीय औसत से तीन गुना अधिक है.
कोरोनावायरस संक्रमण और लॉकडाउन के बीच अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. दिल्ली विधानसभा में डिप्टी CM और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कुल 65000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया.
अपने बजट भाषण में मनीष सिसोदिया ने कहा कि, पिछले 5 सालों में शिक्षा ,स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक कल्याण में किए क्रांतिकारी सुधारों के लिए दिल्ली का विकास मॉडल आज "केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस" के तौर पर विश्व और देश में अपनी पहचान बना रहा है.
दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय पिछले 5 सालों में 44 फीसदी बढ़ी है. साल 2015-16 में प्रति व्यक्ति आय 270261 रुपये थी जो अभी 3,89,143 रुपये है. ये राष्ट्रीय औसत का तीन गुना है.मनीष सिसोदिया, उपमुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस में पिछले 5 सालों में राज्य 8.18 प्रतिशत की विकास दर से आगे बढ़ा है.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 11000 नई बसें और 500 किलोमीटर मेट्रो लाइन बिछाने का लक्ष्य रखागया है. सभी बसों को CCTV युक्त बनाया जाएगा. मल्टी लेवल बस डिपो बनेंगे.
उन्होंने आगे कहा दुनिया कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है, मैं दिल्ली के लोगो को विश्वास दिलाता हूं इस महामरी से लड़ने के लिए हम बजट में कोई कमी नहीं आने देंगे.
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