मौैसम विभाग (IMD) के अनुसार बुधवार, 26 जनवरी को दिल्ली (Delhi) में काफी ठंड थी लेकिन एक दिन पहले दिल्ली और भी ज्यादा सर्द थी.
उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से उत्तरी मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ी, रात का तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 5.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 16.4 डिग्री सेल्सियस रहा.
दिल्ली के पालम, नरेला और जफरपुर में बहुत ज्यादा सर्दी रही, यहां अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री कम था. राष्ट्रीय राजधानी में लगातार तीन दिनों से कड़ाके ठंड बनी हुई है.
पिछले नौ सालों में दिल्ली में मंगलवार का दिन सबसे ज्यादा सर्द था, जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री नीचे गिरकर 12.1 डिग्री सेल्सियस पर था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के मुताबिक, इससे पहले 3 जनवरी 2013 को अधिकतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. ठंड इतनी तेज थी कि दिल्ली के सभी मौसम केंद्रों का अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री से 11 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया.
एक सर्द दिन (ठंडा दिन) तब होता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और अधिकतम सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो. एक "कड़ाके की ठंड का दिन" तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री कम होता है.मौसम विभाग
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में जनवरी में अब तक सात ऐसे दिन बीते जो बहुत ज्यादा सर्द थे.
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने कहा कि दिल्ली में इस महीने 12 दिनों में अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया है, जो 2003 के बाद से सबसे अधिक है, जिसमें ऐसे 18 दिन देखे गए थे.
जनवरी के दूसरे हफ्ते से अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा है. न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब या उससे अधिक रहा. यह मुख्य रूप से कोहरे और कम बादलों के कारण सूर्य के लंबे समय तक ढके रहने से होता है. दिल्ली में इस साल जनवरी में सात बार पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) आए हैं, जबकि महीने में यह सामान्य से तीन से चार बार होता है.
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