दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने 9 अगस्त से राजधानी दिल्ली में साप्ताहिक बाजारों को फिर से खोलने का ऐलान किया है. सीएम केजरीवाल ने इस फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी सरकार लोगों की आजीविका के बारे में चिंतित है. जो लोग साप्ताहिक बाजार से अपना घर चलात हैं.
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा-
"सोमवार से साप्ताहिक बाजार खोले जा रहे हैं. ये गरीब लोग हैं. सरकार उनकी आजीविका को लेकर काफी चिंतित है.साथ ही, सभी का स्वास्थ्य और जीवन भी महत्वपूर्ण है. मैं सभी से इन बाजारों के खुलने के बाद कोविड -19 संबंधित उचित व्यवहार के पालन करने का आग्रह करता हूं"
साप्ताहिक बाजारों को न खोलने के फैसले को दी गई थी चुनौती
मुख्यमंत्री की घोषणा से स्ट्रीट वेंडर्स को राहत मिलेगी, जिन्होंने मांग की थी कि साप्ताहिक बाजारों को भी फिर से खोलने की अनुमति दी जाए. 2 अगस्त को, दिल्ली हाई कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार से साप्ताहिक बाजारों के एक निकाय- “साप्ताहिक पटरी बाजार एसोसिएशन” द्वारा दायर एक याचिका पर जवाब मांगा था , जिसमें मॉल और बाजार को खोलने जबकि साप्ताहिक बाजार को नहीं खोलने के फैसले को चुनौती दी गई थी.
12 नगरपालिका क्षेत्र वाले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 19 अप्रैल से 30 मई तक कोविड -19 लॉकडाउन लगाया गया था, क्योंकि उस समय देश कोरोनो वायरस महामारी के खतरनाक दूसरी लहर से जूझ रहा था.रोज आते नए पॉजिटिव केस की संख्या में कमी के बाद 31 मई से लॉकडाउन में छूट दी गई.
शनिवार को स्वास्थय मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 72 नये मामले , 22 रिकवरी और एक मौत दर्ज की गई है. इसके साथ दिल्ली में कुल कोविड -19 पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 1,436,695 हो गई है, जिसमें 1,411,064 रिकवरी, 25,006 मौतें और 565 केस मामले शामिल हैं.
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