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गोंडा | मंदिर के महंत और पुजारी ने खुद रची थी हमले की साजिश: पुलिस

इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है

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गोंडा पुलिस ने कहा है कि हाल ही में राम जानकी मंदिर के पुजारी पर हुए हमले की साजिश में खुद पुजारी भी शामिल था. एनडीटीवी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इस मामले में मंदिर के मुख्य महंत और ग्राम प्रधान समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा पुलिस ने बताया कि पिछले हफ्ते हमले में घायल हुआ पुजारी अतुल त्रिपाठी उर्फ सम्राट दास अभी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में है.

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पुलिस का दावा है कि मंदिर के महंत सीताराम दास, ग्राम प्रधान और घायल पुजारी ने हमले की योजना तैयार की थी. इस मामले में अयोध्या के कई संत-महंतों ने पुलिस-प्रशासन की आलोचना की थी और सख्त कार्रवाई की मांग की थी.

पुलिस अधीक्षक (एसपी) शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि उन्‍होंने अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी के नेतृत्‍व में घटना की जांच के लिए पांच टीमें गठित की थीं.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ग्राम तिर्रे मनोरमा में राम जानकी मंदिर की करीब 120 बीघा जमीन है, जिसको लेकर महंत सीताराम दास और पूर्व प्रधान अमर सिंह के बीच विवाद चल रहा है, मौजूदा ग्राम प्रधान विनय सिंह और पूर्व प्रधान के बीच प्रधानी की चुनावी रंजिश भी चल रही है.

उन्‍होंने बताया कि महंत सीताराम दास और विनय सिंह ने आपस में योजना बनाई कि अगर किसी गंभीर मामले में फंसाकर अमर सिंह को जेल भिजवा दिया जाए, तो हम दोनों का रास्ता साफ हो जाएगा.

पुलिस के मुताबिक, साजिश के तहत यह तय किया गया कि पुजारी सम्राट दास को इस तरह गोली मारी जाए कि गोली लग भी जाए और उसकी जान भी बच जाए.

क्षेत्राधिकारी सदर लक्ष्मी कांत गौतम ने बताया कि घटना में नामजद होने की वजह से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए दो आरोपियों को जेल से रिहा कराने की कार्रवाई शुरू की जाएगी. इसके अलावा अब तक गिरफ्तार नहीं किए गए पूर्व प्रधान अमर सिंह समेत दो लोगों की नामजदगी को निरस्त करते हुए उनका नाम भी मुकदमे से निकाल दिया जाएगा.

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