हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की वजह से कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले समेत कई जगहों पर हालात खराब बने हुए हैं. बर्फबारी से प्रभावित लाहौल-स्पीति जिले में 1,500 से ज्यादा टूरिस्ट अभी भी फंसे हुए हैं. अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि बचाव कार्य जारी है लेकिन इसमें कुछ दिन लग सकते हैं. जबकि मंगलवार को चार और मौत होने से ये आंकड़ा बढ़कर 10 हो गया है.
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्राथमिकता के आधार पर अधिकारियों को फंसे लोगों को बाहर निकालने के निर्देश दिए हैं. इससे पहले उन्होंने बताया था कि शनिवार को शुरू हुई बारिश की वजह से राज्य को 1,200 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है.
300 लोगों का बचाया गया
मंगलवार शाम तक कुल 300 लोगों को निकाला गया, जिनमें से ज्यादातर आईआईटी मंडी, रुड़की, गुवाहाटी और मुंबई के स्टूडेंट और कुछ विदेशी टूरिस्ट थे. कुल्लू के डिप्टी कमिश्नर यूनुस खान ने बताया, "भारतीय वायुसेना और राज्य सरकार के चॉपर्स फंसे हुए लोगों को निकाल रहे हैं. इनमें से ज्यादातर को कुल्लू शहर ले जाया जाएगा."
आईएएफ ने तीन हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं और मुख्यमंत्री के आधिकारिक हेलिकॉप्टर का भी उपयोग हो रहा है.
हिमाचल प्रदेश में 22 सितंबर से 24 सितंबर को भारी बर्फबारी और बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ है. कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है.
ये नजारा कुल्लू में एक नदी के पास खड़ी खाली बस का है. जो नदी में पानी की तरह बह गई.
बारिश की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 8 हुई
जनजातीय बहुल किन्नौर जिले में एक कार के सड़क पर फिसल जाने और एक पहाड़ी से नीचे गिर जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है. सोमवार को कुल्लू जिले में चार लोगों की जबकि कांगड़ा और ऊना जिलों में एक-एक लोगों की मौत हो गई थी.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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