असम में पिछले नौ दिनों में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 82 संक्रमित हो गए, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों से जिला रैपिड रिस्पांस टीम (डीआरआरटी) गठित करने की मांग की।
जेई और मलेरिया हर साल असम में कई लोगों की जान लेते हैं, खासकर मानसून के मौसम के दौरान जो आमतौर पर मई में शुरू होता है और अक्टूबर तक फैला रहता है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अनुसार, 1 जुलाई से अब तक कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है और 82 लोग वेक्टर जनित बीमारियों से संक्रमित हो गए हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अविनाश जोशी और एनएचएम निदेशक डॉ एम एस लक्ष्मी प्रिया ने शनिवार को जिला अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की और स्थिति से निपटने के लिए 16 जुलाई तक डीआरआरटी का गठन करने को कहा।
एनएचएम ने जेई के प्रकोप से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया और दिशानिर्देश भी जारी किए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल जेई के कारण कम से कम 40 लोगों की मौत हुई थी।
--आईएएनएस
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