कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. इसी बीच कांग्रेस पार्टी के एक सीनियर नेता ने अपनी ही पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर गठबंधन सरकार को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सिद्धारमैया को 'पार्टी के अंदर का चोर' करार दिया है.
पार्टी के सीनियर नेता ने नाम न छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि सिद्धारमैया 'अपनी प्रतिष्ठा' के लिए कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन को खत्म करने का काम कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा-
घर (कांग्रेस) के अंदर ही चोर है. एक आदमी (सिद्धारमैया) अपनी प्रतिष्ठा के लिए ऐसा कर रहा है. वह इन सभी खेलों को खेल रहा है. जो विधायक मुंबई में हैं, वो सिद्धारमैया के साथ लगातार संपर्क में हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि पार्टी का आलाकमान क्या कर रहा है.
इससे पहले सिद्धारमैया ने कर्नाटक में जारी सियासी संकट को लेकर खुद पर लगे आरोपों को नकार दिया था.
सिद्धारमैया ने मीडिया से कहा था, "मैं 5-6 विधायकों के संपर्क में हूं. मैं सब बातें नहीं बता सकता. हर कोई पार्टी के प्रति वफादार है. ये किसी व्यक्ति के लिए मेरे प्रति वफादार होने का सवाल नहीं है. हर किसी से पार्टी के प्रति वफादार रहने की उम्मीद है."
क्या है कर्नाटक में सियासी संकट?
दरअसल, कर्नाटक में सियासी संकट तब शुरू हुआ जब 6 जुलाई को जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के 11 विधायकों ने विधानसभा कार्यालय को इस्तीफा सौंप दिया था. फिलहाल अभी बागी विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं.
कर्नाटक की 225 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन सरकार के पक्ष में 118 विधायक थे. ये संख्या बहुमत के लिए जरूरी 113 से पांच अधिक थी. इसमें कांग्रेस के 79 विधायक (विधानसभा अध्यक्ष सहित), जेडी(एस) के 37 और और तीन अन्य विधायक शामिल रहे हैं. तीन अन्य विधायकों में एक बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से, एक कर्नाटक प्रग्न्यवंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) से और एक निर्दलीय विधायक है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)