कासरगोड पुलिस ने 7 जून को केरल बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोप हैं कि हाल में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेता सुरेंद्रन ने मंजेश्वरम में विरोधी कैंडिडेट को अपना नॉमिनेशन वापस लेने के लिए रिश्वत दी थी.
केरल विधानसभा चुनाव 2021 में के सुरेंद्रन मंजेश्वरम सीट से चुनाव हार गए थे. बीजेपी ने अपने नेता पर लगे आरोपों को नकारा है और इसे पार्टी के खिलाफ षड्यंत्र बताया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कासरगोड पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 171 (B) और 171 (E) के तहत केस दर्ज किया है. इस धारा के तहत चुनावी अधिकारों का उपयोग न करने के लिए घूस देने के मामले आते हैं.
न्यायिक मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने ये कार्रवाई कासरगोड कोर्ट के न्यायिक मजिस्ट्रेट के निर्देश पर की है. CPI(M) के नेता वीवी रमेशन ने कोर्ट जाकर मामले में केस दर्ज करने की मांग की थी. रमेशन भी मंजेश्वरम सीट से चुनाव लड़े थे, और चुनाव में जीत दर्ज की थी.
6 जून को बीएसपी नेता के सुंदरा ने कथित तौर पर कहा था कि बीजेपी ने उन्हें 2.5 लाख रुपये दिए थे और साथ ही उन्हें स्मार्टफोन दिया था, इसके बदले में उन्हें नॉमिनेश वापस लेने के लिए कहा था. सुंदरा ने 2016 में चुनाव लड़ा था. तब उन्होंने दावा किया था कि बीजेपी नेता ने 10 लाख रुपये का लालच दिया था. उन्हें कथित तौर पर वाइन पार्लर और कर्नाटक में नए घर देने का वादा किया गया था.
पुलिस ने सुंदरा का बयान दर्ज कर लिया है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी नेता ने उन्हें कैद कर लिया था, और जबरन नॉमिनेशन वापस लेने का दबाव बना रहे थे. बीएसपी से नॉमिनेश वापस लेने के बाद सुंदरा बीजेपी में शामिल हो गए.
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