कोरोना संकटकाल में मध्य प्रदेश पुलिस की ज्यादती का एक वीडियो कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उस वीडियो में इंदौर के एक ऑटोचालक को पुलिस मास्क न लगाने की वजह से बुरी तरह पीट रही थी. अब एमपी के खंडवा जिले का एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसवाले कुछ लोगों को पकड़कर लाठी से पीट रहे हैं. पुलिसवालों ने बीच-बचाव करने आई महिला को भी नहीं बख्शा, पुरुष पुलिसवालों ने महिला पर भी क्रूरतापूर्वक लाठियां बरसाईं. पुलिस ने बचाव में कहा है कि है कि गांव के परिवार ने पुलिस पर हमला किया था जिसके जवाब में ये किया गया.
खंडवा की इस घटना का वीडियो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया है. इस वीडियो में पुलिस वाले कुछ लोगों पर लाठियां बरसाते दिख रहे हैं. बीच-बचाव करने के लिए लाल साड़ी में एक महिला पुलिसवाले को रोकती है तो पुलिसवाला महिला पर भी लाठी बरसाने लगता है.
कमलनाथ ने वीडियो शेयर करते हुए साथ में लिखा-
प्रदेश के खंडवा जिले के बंजारी गाँव का यह विडीओ बताया जा रहा है. एक कोविड पाजिटिव मरीज के परिजनों की किस तरह पुलिस द्वारा बर्बर तरीके से पिटाई की जा रही है , महिलाओं पर भी लाठियाँ बरसायी जा रही है ? शिवराज जी , यह अमानवीयता है , बर्बरता है. बहन- बेटियों - बुजुर्गों पर इस तरह से लाठियां ? इसके पूर्व इंदौर में भी इस तरह के दृश्य हमने देखे है ? इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिये सरकार दिशा- निर्देश जारी करे.कमलनाथ, पूर्व सीएम, मध्य प्रदेश
लेकिन इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने घटना को लेकर अपना पक्ष बताया है. पुलिस ने बयान जारी कर रहा है कि- "जिस मेडिकल टीम ने गांव का दौरा किया था उन्हें मारा गया और उन्हें घर में बंधक बनाकर रखा गया. पुलिस उन्हें बचाने के लिए गई थी. परिवारवालों ने पुलिस पर हमला किया. हमारी टीम ने इसी का जवाब दिया. मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है."
घटना के बाद दोनों पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है.
क्विंट को मिली जानकारी के मुताबिक हेल्थ वर्कर जब कोरोना मरीज के गांव पहुंचे तो गांव में कुछ विवाद हुआ. इसमें कुछ स्वास्थ्यकर्मियों को भी चोटें आई हैं. वहीं बीच-बचाव करने पहुंची पुलिस पार्टी को भी हल्की चोटें आई हैं.
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