बैंक और रिजर्व बैंक कर्ज डिफॉल्टर की दिक्कत से नहीं निपट पाए हैं, लेकिन ब्याज पर उधार देने वाले कच्छी समाज ने ऐसे डिफॉल्टरों को सबक सिखाने के लिए उनका बहिष्कार करने का फैसला किया है.
कच्छी ओसवाल समाज पीढ़ी दर पीढ़ी ब्याज पर पैसे देने का बिजनेस करता आ रहा है. लेकिन लाखों-करोड़ों का उधार नहीं चुकाने वालों की बढ़ती तादाद से लोग परेशान हो गए हैं. इसे अब पूरे कच्छी वीसा ओसवाल समाज ने सख्ती से निपटने का फैसला किया है और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया है.
लोन लेकर हाथ खड़े कर देने वाले डिफॉल्टरों पर कार्रवाई के लिए कच्छी वीसा ओसवाल समाज ने एक बैठक की जिसमें करीब 1 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे.
- बैठक में उधार नहीं लौटाने वालों के खिलाफ एक्शन प्लान तैयार हुआ है.
- पैसा नहीं लौटाने वालों का सामाजिक बहिष्कार होगा
- समाज के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया जाएगा
- जो डिफॉल्टर किसी समिति या समाज की संस्था में पद पर हैं उन पर कार्रवाई होगी
4 हजार करोड़ का घपला
कच्छी वीसा ओसवाल मुंबई में एक प्रतिष्ठित समाज है और बिज़नेस समुदाय में इनका अच्छा खासा बोलबाला है. इस समाज की खासियत है कि ये लोग अपनी जान पहचान के लोगो को बिजनेस और स्टार्टअप के लिए लोन देते हैं. दशकों से समाज ब्याज पर पैसे देने का काम कर रहा है. लेकिन पहचान वाले बहुत से लोगों ने ही उनको करोड़ों रुपये का चूना लगा दिया. समाज से जुड़े हर्षद ने क्विंट को बताया है कि उधार लेने वालों ने अभी तक करीब 4000 करोड़ रुपये नहीं लौटाए हैं.
पता लगा है कि 15 से 20 कारोबारी ऐसे हैं जिन्होंने खुद को दीवालिया बता दिया है. जिनमें हर किसी पर करीब 200 करोड़ रुपये का बकाया है.
कई परिवारों का घर चलना मुश्किल
कच्छी ओसवाल समाज में ऐसे कई परिवार हैं जो पैसे उधार देकर उस पर मिलने वाले ब्याज से ही अपना घर चलाते हैं. इस तरह के कर्ज से 12 से 15 परसेंट ब्याज वसूला जाता है. खास बात यह है कि सिर्फ 10 फीसदी पैसा ही चेक से दिया जाता है, बाकी रकम कैश में दी जाती है. अब हालत यह हो चुकी है कि बकायादारों से पैसा नहीं मिल रहा और कर्ज देने वाले परिवारों का घर चलाना तक मुश्किल हो चुका है. कई लोगों ने बिना किसी लिखा-पढ़ी के अपने करीबियों को लाखों रुपये दे दिए लेकिन वो अब समझ नहीं पा रहे हैं कि कौन सा कानूनी रास्ता अपनाएं,
कच्छी सपोर्ट मिशन शुरू
मुंबई के दादर में हुई कच्छी वीसा ओसवाल समाज की मीटिंग में ऐसे परिवारों की मदद के लिए अब कच्छी सपोर्ट मिशन की शुरुआत की गई है. इस मिशन के तहत कर्ज देने वाले परिवारों की मदद की जाएगी और उनके साथ मिलकर दीवालिया हुए व्यापारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
कैसे हुए दीवालिया
कच्छी ओसवाल समाज के सामने यह परेशानी इसलिए खड़ी हुई है क्योंकि जिन व्यापारियों ने उधार लिया था उन्होंने अपने पैसे फंसा दिए. कई लोगों ने उधार लेकर रियल एस्टेट में पैसे लगा दिए. लेकिन रेट डाउन होने के चलते उन्हें नुकसान हुआ और वो दीवालिया होने के कगार पर आ गए. अब ऐसे लोगों पर हर संभव कार्रवाई की कोशिश की जा रही है.
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