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Qलखनऊ: 27.5 लाख श्रमिकों के खातों में पहुंचे पैसे,नोएडा में नए DM

Qलखनऊ में पढ़ें उत्तर प्रदेश की तमाम बड़ी खबरें

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UP में कोरोनावायरस के कुल 96 मामले, लखनऊ में नौ दिन बाद मिला पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है. प्रदेश में अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या 96 तक पहुंच गई है, जिनमें मेरठ के 19 हैं. नोएडा में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब तक 38 हो गई है. लखनऊ में नौ दिन के बाद सोमवार को एक पॉजिटिव केस मिलने के बाद यहां पर संख्या नौ हो गई है. संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डा. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को मेरठ में 14, नोएडा में 7 और लखनऊ व बुलंदशहर में एक-एक पॉजिटिव केस मिला है.

अभी भी सर्वाधिक 38 पॉजिटिव केस नोएडा के हैं. इनके अलावा मेरठ में 19, आगरा में 11, लखनऊ में नौ, गाजियाबाद में सात, पीलीभीत और वाराणसी में दो-दो और लखीमपुर खीरी, बागपत, मुरादाबाद, कानपुर, जौनपुर, शामली, बुलंदशहर व बरेली में एक-एक संक्रमित मिले हैं. कोरोना वायरस उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में पांव पसार चुका है.

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस के 2430 संदिग्ध लोगों की जांच करवाई जा चुकी है. इसमें से 2305 संदिग्ध लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है यानी इनमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया. वहीं 53 लोगों की जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है.

लम्बे समय के बाद लखनऊ में आज एक संक्रमित केस मिला है. सेना के कमांड हास्पिटल में भर्ती इस शख्स की पहली सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई थी जबकि दूसरी रिपोर्ट में हुई कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इस तरह से अब लखनऊ में नौ पॉजिटिव केस हैं, जिनमें से एक की तीन रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

दूसरी ओर कोरोना वायरस से संक्रमित अब तक कुल 17 मरीजों को स्वस्थ घोषित कर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. जो लोग स्वस्थ घोषित हुए हैं उनमें आगरा के 8, नोएडा के 6, गाजियाबाद के 2 व लखनऊ का 1 व्यक्ति शामिल हैं.

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योगी सरकार ने 27़.5 लाख श्रमिकों के खातों में भेजे 611 करोड़ रुपये

कोरोना वायरस के मद्देनजर देशभर में 14 अप्रैल तक घोषित लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य के 27.5 लाख श्रमिकों के बैंक खातों में सीधे 611 करोड़ रुपये भेज दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर मनरेगा योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में राज्य के 27.5 लाख श्रमिकों के बैंक खाते में सीधे 611 करोड़ रुपये भेज दिए. इसके साथ ही योगी ने बहराइच, वाराणसी, सोनभद्र और देवरिया के चार श्रमिकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की और उन्हें योजना की जानकारी भी दी.
मुख्यमंत्री ने कहा, "जब पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना से आतंकित हैं, उस वक्त ग्राम्य विकास विभाग और भारतीय स्टेट बैंक ने मिलकर एक साथ प्रदेश के 27 लाख 15 हजार से अधिक मनरेगा मजदूरों के खातों में 611 करोड़ रुपये की राशि भेजी है."

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि देश को कोरोना महामारी से बचाने और देश के उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षित भविष्य के लिए लॉकडाउन की कार्रवाई के साथ ही एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज घोषित किया गया है.

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पलायन कर रहे मजदूरों की स्थिति को देखकर सहज अनुमान लगा सकते हैं कि इस धनराशि का मजदूरों के लिए क्या महत्व है. योगी ने कहा, "भारत सरकार उन्हें प्रतिमाह तीन महीने तक एक किलो दाल व उज्‍जवला योजना के अंतर्गत रसोई गैस के सिलेंडर सभी परिवारों को तीन माह तक नि:शुल्क उपलब्ध करवाने की भी कार्रवाई कर रही है. प्रदेश सरकार ने भी 80 लाख से अधिक मनरेगा श्रमिकों के लिए नि:शुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था की है."

योगी ने तेजतर्रार IAS अफसर सुहास एलवाई को बनाया गौतमबुद्ध नगर का DM

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने तेजतर्रार आईएएस अफसर सुहास एलवाई को सोमवार शाम गौतमबुद्ध नगर का नया जिलाधिकारी (डीएम) नियुक्त कर दिया. उन्होंने बी.एन. सिंह का स्थान लिया है. यूपी प्रशासन ने 2007 बैच के आईएएस अफसर सुहास एलवाई की नियुक्ति के आदेश सोमवार शाम जारी किए. कोरोनावायरस की रोकथाम में लापरवाही बरतने पर बी.एन. सिंह के तबादले के बाद शासन ने सुहास एलवाई के हाथ में गौतमबुद्ध नगर जैसे अहम जिले की कमान सौंपी है. प्रयागराज, आजमगढ़ जैसे कई जिलों के डीएम रह चुके सुहास एलवाई की गिनती कड़क मिजाज और साफ छवि के अफसरों में होती है. वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टार पैरा शटलर भी हैं.

कर्नाटक के शिमोगा के मूल निवासी सुहास एलवाई इससे पहले 20 फरवरी, 2019 से प्लानिंग डिपार्टमेंट में स्पेशल सेक्रेटरी रहे हैं. सुहास एलवाई की पहली पोस्टिंग आगरा में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में हुई थी. इसके बाद वह मथुरा में 2011 में सीडीओ रहे. फिर महराजगंज में पहली बार डीएम बने. इसके बाद वह हाथरस, सोनभद्र, जौनपुर, आजमगढ़ और प्रयागराज जैसे जिलों में डीएम रहे हैं.

सुहास एलवाई की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के रूप में भी है. वह बतौर स्टार पैराशटलर के तौर पर कई खिताब जीत चुके हैं. हाल ही में फरवरी में उन्होंने इंटरनेशनल स्तर पर शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्राजील ओपन के बाद पेरू ओपन का खिताब जीता था.

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बरेली में मजदूरों पर सैनिटाइजर की बौछार किए जाने पर उठा सवाल

उत्तर प्रदेश के बरेली में दिल्ली से लौटकर आए मजदूरों पर सैनिटाइजर की बौछार किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसे लेकर सोमवार को विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, बसपा मुखिया मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर आपत्ति जताई है. प्रियंका ने ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें पचासों राहगीरों को एक साथ सड़क पर बैठाकर उन पर सैनिटाइजर की बौछार की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट में लिखा है, "यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं, लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए. मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल रखे हैं, उनको केमिकल डालकर इस तरह मत नहलाइए. इससे उनका बचाव नहीं होगा, बल्कि उनकी सेहत को और खतरे पैदा हो जाएंगे."

मायावती ने ट्वीट में लिखा है, “देश में जारी जबर्दस्त लॉकडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं, परंतु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दंडित करना क्रूरता व अमानीवयता है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है. सरकार तुरंत ध्यान दे.”

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा, "यात्रियों पर सैनिटाइजेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल. क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है? साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है?"

दिल्ली से लौट रहे मजदूरों पर बरेली के सेटेलाइट अड्डे पर सैनिटाइजर से छिड़काव किया गया था. पुलिस ने सबको एक लाइन में बैठाया और इसके बाद उन परं सोडियम हाईपोक्लोराइड युक्त पानी की बौछार की गई. कुछ लोगों की आंखें लाल हो गईं तो भीगने पर कई छोटे बच्चे रोने लगे.

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UP में लाकडॉउन के उल्लघंन में 5516 पर FIR

कोरोना संकट को देखते हुए पूरे देश में अभूतपूर्व लॉकडाउन के उल्लंघन में उत्तर प्रदेश में अब तक धारा 188 के तहत 17140 लोगों के खिलाफ 5516 प्राथमिकी दर्ज की गई. अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में प्रदेश के समस्त जनपदों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षक से जनपद में शत-प्रतिशत लॉक डाउन का अनुपालन सुनिश्चित किये जाने की अपेक्षा की गई है. लॉक डाउन में शिथिलता पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत 58 एफआईआर दर्ज की हैं. इसके साथ ही पुलिस ने अब तक 1़31 लाख वाहन सीज भी किए हैं. प्रदेश में अब तक धारा 188 के तहत 17140 लोगों के खिलाफ 5516 प्राथमिकी दर्ज की गई.

उन्होंने बताया कि कालाबाजारी, जमाखोरी करने वाले 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके विरूद्घ कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा जनपद गाजियाबाद, गौतमबुद्घ नगर, लखनऊ, हरदोई, प्रयागराज एवं कौशाम्बी में कुल 2067 फर्म्स (मेडिकल स्टोर एवं अवैध रूप से संचालित हैण्ड सैनिटाईजर एवं मास्क निर्माण इकाईयों) का निरीक्षण कर 13 मेडिकल स्टोर पर कार्यवाही की गयी. इस मामले में कुल 5 लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया और 3899000 रूपए का शमन शुल्क भी वसूला गया.

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