मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल में 4 दिन के अंदर दूसरी मासूम बच्ची की गर्म लोहे की छड़ से दागने के बाद मौत हो गई है. शहडोल में 3 महीने की बच्ची को सांस लेने में तकलीफ थी, और अंधविश्वास की वजह से उसे 24 बार गर्म लोहे की छड़ से दागा गया था. बच्ची की हालात नाजुक होने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना शहडोल के सिंहपुर समातपुर की है.
चार दिन में दो मासूमों की मौत
चार दिन पहले भी शहड़ोल के सिंहपुर कठौतिया में 3 महीने की बच्ची की गर्म लोहे के छड़ से दागने से मौत हुई थी. उसे 51 बार दागा गया था जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद उसे दफना दिया गया था. तीन बाद जब प्रशासन को घटना की जानकारी हुई तो उसने कब्र खुदवा कर बॉडी को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
प्रशासन मौत की वजह जानने के लिए बच्ची के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. घटना के पीछे एक महिला का नाम सामने आ रहा, जिसके खिलाफ सिंहपुर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई की जा रही है. चार दिन में दो मासूमों की मौत के बाद जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. जांच के दौरान जमीनी स्तर पर लापरवाही की बात सामने आई है.
प्रशासन का एक्शन
प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कठौतिया और सामतपुर गांव की आशा कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी की सेवा समाप्त कर दी है. साथ ही, सिंहपुर बीएमओ वायके पासवान को नोटिस दे दिया है. इसके अलावा सीएचओ समेत अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों का गांव से ट्रांसफर कर दिया है. सीडब्ल्यूसी की टीम ने भी गांव का दौरा किया. बता दें कि शहडोल में पांच साल के अंदर बच्चों को गर्म लोहे की छड़ से दागने से मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं.
(इनपुट-अजय अरविंद नामदेव)
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)