महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित सैनेटाइजर बनाने वाली एक फैक्ट्री में सोमवार दोपहर को भयानक आग लग गई. इस आग की चपेट में आकर 17 लोग मारे गए. मरने वालों में अधिकांश महिलाएं हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. घटना सोमवार दोपहर 3.30 बजे के करीब पिरानगट गांव के पास स्थित एमआईडीसी क्षेत्र में स्थित एक निजी फैक्ट्री में घटी. आग इतनी तेजी से फैली कि फैक्ट्री में काम करने वालों को बचने का मौका तक नहीं मिला और वहां काम करने वाले कई लोग फंस गए.
पुणे ग्रामीण पुलिस कंट्रोल के एक अधिकारी ने कहा कि आग में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई है, जबकि लगभग 10 अन्य श्रमिकों के फंसे होने या लापता होने की आशंका है.
आग के बाद फैक्ट्री परिसर से उड़ता काले-भूरे रंग का धुएं का गुबार देखा गया, जिससे स्थानीय लोग घबरा गए और मौके पर पहुंचे. आग पर काबू पाने के लिए एमआईडीसी, मुलशी, आपदा बचाव दल और अन्य की दमकल की टीमें मौके पर पहुंचीं. पुणे कलेक्टर राजेश देशमुख, पुलिस अधीक्षक अभिवान देशमुख और अन्य अधिकारी भी राहत कार्यों की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंचे. कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि देर शाम तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन वे इस बात का कोई सुराग नहीं लगा पाए कि आग कैसे लगी होगी.
इससे पहले, तहसीलदार अभय चौहान ने कहा कि 11 शव बरामद कर लिए गए हैं और बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है, बाद में छह और शव मिले. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि शवों को ससून अस्पताल, पुणे ले जाया गया है. उनके मुताबिक, लोग इस हद तक जल गए थे कि उनके लिंग या पहचान का पता लगाना मुश्किल था, लेकिन सहकर्मियों का अनुमान है कि मरने वालों में 12 से अधिक महिलाएं हैं.
मौके पर पहुंचे प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि फैक्ट्री में आग लगने के बाद पुरुष कामगार भागने में सफल रहे, लोगों को बचाने के प्रयास में परिसर के एक हिस्से को बुलडोजर से गिराना पड़ा.
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