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MP: ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का शौचालय ढहा, 2 आदिवासी बच्चों की मौत

पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय के ढह जाने से मलबे में दो आदिवासी बच्चे दब गए,

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय के ढह जाने से मलबे में दो आदिवासी बच्चे दब गए, और उनकी मौत हो गई. शौचालय के निर्माण में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है. मामला मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का है. यहां की वेसी ग्राम पंचायत के राठखेड़ा गांव में साल 3 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत आदिवासियों के घरों में शौचालयों का निर्माण किया गया था. सोमवार शाम यहां दो बच्चे राजा आदिवासी (सात) और प्रिंस आदिवासी (छह) खेल रहे थे, तभी शौचालय की दीवार ढह गई और उसके मलबे में दोनों बच्चे आ गए और उनकी मौत हो गई.

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कागजों में ODF हो चुका है ये गांव

कागजों में ओडीएफ हो चुके इस गांव के कोटवार रामसिंह ने बताया कि गांव में जो शौचालय बनाए गए हैं, वे आधे-अधूरे हैं, और इस्तेमाल लायक नहीं हैं, लिहाजा गांव वाले तो बाहर शौच करने जाते हैं. गांव के भीम आदिवासी ने बताया, "गांव में आदिवासी परिवारों के लिए बनाए गए अधिकतर शौचालयों का निर्माण घटिया हुआ है और गांव वाले इनका उपयोग ही नहीं करते हैं."

गांव के हीरालाल आदिवासी के अनुसार, "गांव के अधिकतर शौचालयों की स्थिति खराब है. दोबारा से हमने शौचालय बनवाने की मांग की तो कहा गया कि एक बार बन गए, अब दोबारा नहीं बनेंगे."

गांव के सहायक सचिव शशिकांत धाकड़ का कहना है, "जो शौचालय ढहा है, वह उनके कार्यकाल का नहीं है. उसने तो इसी साल यहां पर चार्ज संभाला है."

पोहरी से सुरेश राठखेड़ा हैं विधायक

पोहरी से कांग्रेस विधायक सुरेश राठखेड़ा इसी राठखेड़ा गांव के निवासी हैं. जब विधायक से यहां पर शौचालय निर्माण को लेकर पूछा गया तो उन्होंने आरोप लगाया, "यहां पर 15 साल बीजेपी की सरकार रही, उनके ही विधायक इस क्षेत्र से रहे. अब उनकी सरकार आई है और वह इस भ्रष्टाचार की जांच के लिए अधिकारियों से कहेंगे, ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके."

विधायक ने मृतक बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायत दिलाए जाने की बात भी कही.

पोहरी विधायक सुरेश राठखेड़ा के गांव में घटिया शौचालय ढहने से दो बच्चों की हुई मौत के बाद अब जिला प्रशासन के आला अधिकारी बचाव की मुद्रा में हैं. पोहरी जनपद पंचायत के सीईओ अरविंद शर्मा ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. वहीं जिला पंचायत के सीईओ एच.पी. वर्मा नें कहा है, "इस गांव में शौचालय निर्माण की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है. जांच के बाद जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

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