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नागालैंड: कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मोन जिले में इंटरनेट सेवाओं पर रोक

नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन के दौरान 13 आम नागरिकों की गोली लगने से मौत हुई है.

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वीडियो प्रोड्यूसर: मयंक चावला

वीडियो एडिटर: विवेक गुप्ता

नागालैंड (Nagaland Violence) में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन के दौरान 13 आम नागरिकों की गोली लगने से मौत के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.

नगालैंड के गृह आयुक्त अभिजीत सिन्हा ने एक आदेश में कहा कि "घटना के बाद मोन जिले में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए पूरे मोन जिले में मोबाइल इंटरनेट / डेटा सेवाओं / एसएमएस को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया गया है."

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दरअसल 5 दिसंबर को दिन में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन के दौरान एक मिनी ट्रक पर फायरिंग की, जिसमें आम लोग सवार थे. पहले इस फायरिंग में 6 लोगों की मौत हुई फिर घटना की सूचना पर स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया, जिसमें 7 और आम नागरिकों की मौत हो गई.

इसी बीच प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पूरे इलाके में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने का फैसला किया है.

मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने जताया दुख

मामले में मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने का ऐलान किया है. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर संवेदनाएं व्यक्त की हैं. उन्होंने कहा,

नागालैंड के मोन में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से क्षोभ में हूं. जिन लोगों ने जान गंवाई, मैं उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा एक उच्च स्तरीय विशेष जांच समिति बनाई जाएगी, जो इस घटना की गहराई से जांच करेगी ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय सुनिश्चित करवाया जा सके.
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इससे पहले नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने ट्वीट कर कहा, "ओटिंग में वो दुर्भाग्यपूर्ण घटना, जिसमें आम नागरिकों की हत्या हो गई, वो बेहद निंदनीय है. उच्च स्तरीय जांच समिति मामले की जांच करेगी और कानून के हिसाब से न्याय होगा. सभी वर्गों से शांति की अपील करता हूं.

विपक्ष ने उठाए सवाल 

इस बड़ी घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर सरकार से इस घटना पर जवाब मांगा. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,

"ये दिल दहला देने वाला है. भारत सरकार को इसका असली जवाब देना चाहिए. गृह मंत्रालय आखिर क्या कर रहा है, जब न तो आम नागरिक अपने ही देश में सुरक्षित हैं और न ही सुरक्षाबल के जवान."

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राहुल गांधी के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि, "नागालैंड से एक दुखद खबर आई है. पीड़ित परिवारों के प्रति दिल से संवेदना, जो लोग घायल हैं उनकी जल्द ठीक होने की कामना करती हूं. इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए और ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी पीड़ितों को न्याय मिले."

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