राजस्थान की सियासी लड़ाई में अब बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर प्रियंका गांधी ने हमला बोला है. पहले मायावती ने राजस्थान की गहलोत सरकार को खरी खोटी सुनाई तो प्रियंका गांधी ने भी ट्विटर के जरिए सीधे मायावती को बीजेपी का अघोषित प्रवक्ता बता दिया.
बीजेपी के अघोषित प्रवक्ताओं ने भाजपा को मदद की व्हिप जारी की है, लेकिन ये केवल व्हिप नहीं है बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वालों को क्लीन चिट है.
इससे पहले मायावती ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था-
राजस्थान में, चुनाव के नतीजों के बाद, बीएसपी ने कांग्रेस को अपने सभी 6 विधायकों का बिना शर्त समर्थन दिया. दुर्भाग्य से, सीएम गहलोत ने, अपने दुर्भावनापूर्ण इरादे और बीएसपी को नुकसान पहुंचाने के लिए, उन्हें असंवैधानिक तरीके से कांग्रेस के साथ मिला लिया. यही काम उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में भी किया था’’
मायावती ने ये भी कहा, ‘’बीएसपी पहले भी कोर्ट जा सकती थी, लेकिन हम कांग्रेस पार्टी और सीएम अशोक गहलोत को सबक सिखाने के लिए समय की तलाश कर रहे थे. अब हमने कोर्ट जाने का फैसला किया है. हम सुप्रीम कोर्ट तक भी जाएंगे.’’
मायावती के बयान के कुछ ही वक्त के बाद प्रियंका गांधी का ट्विटर पर रिएक्शन आया है.
साल 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लखन मीणा, जोगेंद्र अवाना और राजेंद्र गुधा बीएसपी के टिकट पर जीते थे. उन्होंने पिछले साल कांग्रेस में एक समूह के रूप में विलय के लिए अर्जी दी थी. विधानसभा स्पीकर ने अर्जी के दो दिन बाद आदेश जारी कर ऐलान किया था कि इन 6 विधायकों से कांग्रेस के अभिन्न सदस्य की तरह व्यवहार किया जाए.
बीएसपी ने इन 6 विधायकों को विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान कांग्रेस के खिलाफ वोट करने के लिए व्हिप जारी किया है.
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