पार्क में नमाज पर पाबंदी के बारे में नोएडा के डीएम बीएन सिंह ने सफाई दी है कि रोक का नोटिस सिर्फ नोएडा सेक्टर 58 के लिए ही है, पूरे शहर के लिए नहीं. उनके मुताबिक नोएडा के इस पार्क में कई महीनों से लोग नमाज पढ़ते थे, लेकिन अब यहां जमा होने वाले लोगों की संख्या 500 तक पहुंच चुकी है.
कैसे हुआ पार्क में नमाज पर रोक से बवाल
नोएडा पुलिस ने सेक्टर 58 की कई कंपनियों को नोटिस देकर कहा था कि अपने कर्मचारियों को अथॉरिटी के पार्क में नमाज पढ़ने से रोकें. पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देते हुए यह नोटिस जारी किया है, जिसमें बिना इजाजत के किसी भी सार्वजनिक स्थान पर कोई धार्मिक कार्यक्रम और प्रार्थना नहीं की जा सकती है.
साजिश के आरोप
नोएडा के इस पार्क में नमाज पढ़ने वाले एक सख्श ने बताया कि कुछ ही दिनों पहले भगवा गमछा पहने एक व्यक्ति ने पार्क में आकर फोटो ली थी. इसके बाद पूछे जाने पर उसने हमें यहां नमाज न पढ़ने की धमकी भी दी थी.
पुलिस की दलील- लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने का डर
इस मामले की पहली कड़ी यानी एसएचओ पंकज राय के मुताबिक लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए यह नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा, 'अगर कल कोई और ये कहे कि हमें इस जगह पर पूजा करवानी है, तो ऐसे में सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है.'
पुलिस के मुताबिक नोएडा के सेक्टर 58 के पार्क में आसपास की कंपनियों के कर्मचारी नमाज पढ़ने आते हैं. कुछ लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट से नमाज पढ़ने की विधिवत मंजूरी मांगने के लिए अर्जी दे रखी है. पर अभी तक मजिस्ट्रेट की तरफ से उन्हें मंजूरी नहीं मिली है. इसके बावजूद भी लोग यहां भारी संख्या में पहुंचकर नमाज पढ़ने आते हैं. जिस पर अब पुलिस ने एक्शन लिया है और कंपनी को नोटिस जारी कर हिदायत दी है.
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