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Qपटना: मांझी ने दी बौद्ध धर्म अपनाने की धमकी,किशनगंज सांसद का निधन

पढ़िए बिहार राज्य की बड़ी खबरें

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राज्य
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कुशवाहा के लिए कांग्रेस ने कहा, महागठबंधन में मुख्यमंत्री की 'वैकेंसी' नहीं

केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आने के कयासों के बीच कांग्रेस ने गुरुवार को उन्हें 'आईना' दिखाया. कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया कि महागठबंधन में उनके लिए मुख्यमंत्री की कोई 'वैकेंसी' नहीं है. वैसे, महागठबंधन में आएं तो उनका स्वागत है. बिहार के रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस इकाई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा, "उपेंद्र कुशवाहा अगर महागठबंधन में आते हैं तो उनका स्वागत है. मगर उन्हें यहां सहयोगी बनकर काम करना होगा."

कांग्रेस नेता ने हालांकि यह भी कहा कि जिस तरह कुशवाहा का राजग में अपमान किया जा रहा है, उस तरह का अपमान उनके साथ महागठबंधन में कतई नहीं होगा, बल्कि उनका स्वागत होगा. उन्होंने कहा कि किसी भी धर्मनिरपेक्ष और विकास में विश्वास करने वाली पार्टी का महागठबंधन में स्वागत है.

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दलितों पर अत्याचार नहीं रुका, तो बौद्ध धर्म अपना लूंगा : मांझी

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने यहां गुरुवार को देश और राज्य में दलितों पर हो रहे हमले पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अगर यह नहीं रुका तो वे लोग बौद्ध धर्म अपना लेंगे. पटना में भीमराव अंबेडकर के पुण्यतिथि के मौके पर बाबा साहेब को नमन किया और पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि देश में दलितों पर दमन और उत्पीड़न बढ़ा है जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.

मांझी ने कहा, "हमलोगों को ब्राह्मणवाद के कारण पीछे रखा गया और एक खास रणनीति के तहत हमें अलग-थलग किया गया."  अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले मांझी ने कहा कि धर्मपरिवर्तन को लेकर वे अपने समर्थकों से बातचीत करेंगे और इस पर फैसला लेंगे.  उन्होंने कहा कि उन्हें बौद्ध धर्म अपनाने में कोई हर्ज नहीं दिखता. मांझी ने एकबार फिर निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग दोहराते हुए इसके लिए जल्द ही पार्टी द्वारा आंदोलन करने की बात कही.

किशनगंज सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी का निधन

बिहार के किशनगंज से कांग्रेस सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी का गुरुवार की रात हार्ट अटैक आने की वजह से निधन हो गया. उनके निधन से जिले में शोक की लहर है. 15 फरवरी 1942 को जन्मे सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी 2009 से अब तक लगातार सांसद थे.
दोनों ही बार वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे हालांकि उन्होंने आधा दर्जन से अधिक बार लोकसभा चुनाव में अपना किस्मत आजमाई और जीत जीवन के अंतिम दो चुनावों में मिली.

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हर घर की तरह हर किसान को 2019 तक बिजली कनेक्शन: नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जिस तरह से हर घर को बिजली का कनेक्शन दे दिया गया है, उसी प्रकार 31 दिसम्बर 2019 तक हर इच्छुक किसान को सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा. साथ ही पुराने जर्जर बिजली के तार भी बदल दिए जाएंगे. पूरे बिहार में सिंचाई के लिए अलग एग्रीकल्चर फीडर लगाने का काम जारी है. इसी क्रम में आज यहां पांच किसानों को ऑफ ग्रिड के माध्यम से सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराकर इसकी शुरुआत कर दी गई है.

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