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Qपटना: कोरोना केस 2500 के पार, विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू

Qपटना में पढ़िए बिहार की सभी प्रमुख खबरें

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राज्य
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बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2511 हुई, 10.56 लाख लोग क्वारंटीन

बिहार में अब कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. राज्य में रविवार को अलग-अलग जिलों के 117 लोग पॉजिटिव पाए गए, जिससे राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2511 तक पहुंच गई. राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी सूची के मुताबिक, राज्य में 117 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिसमें कटिहार के 38, रोहतास के 11, बांका के 13, बेगूसराय के 9, पूर्णिया के 7, मुंगेर व भागलपुर के 6-6, समस्तीपुर के 4-4, गोपालगंज, कैमूर, शेखपुरा व मधुबनी के 3-3, खगड़िया, नालंदा. औरंगाबाद के 2-2, अरवल, जहानाबाद, नवादा, जमुई और लखीसराय के एक-एक पॉजिटिव मरीज मिले हैं.

राज्य में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित 702 मरीज इलाज के बाद ठीक होकर वापस घर जा चुके हैं. राज्य में अब तक 63,741 से ज्यादा सैंपल की जांच की जा चुकी है. अब तक कोरोना संक्रमित 12 लोगों की मौत हो चुकी है.

बिहार में 3 मई के बाद प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला शुरू हुआ है और इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी गई.
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नीतीश ने प्रवासियों को रोजगार का भरोसा दिया

बहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 20 जिलों के 40 क्वारंटीन सेंटर पर उपलब्ध कराई जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया, और कई निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री ने क्वारंटीन सेंटर में शौचालय, पेयजल, रसोईघर, लोगों के रहने की व्यवस्था और केंद्रों की साफ -सफाई का बारीकी से जायजा लिया.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, गोपालगंज, अररिया, किशनगंज, सहरसा, खगड़िया, सीवान एवं वैशाली, पटना, औरंगाबाद, लखीसराय, भोजपुर, शेखपुरा, नवादा, नालंदा, कैमूर, सुपौल और मधेपुरा के जिलाधिकारियों ने क्वारंटीव केन्द्रों से स्थिति की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई जिलों के क्वारंटीन केंद्रों को देखा था. मुजफ्फरपुर के महिला प्ले कॉलेज, बेला केंद्र पर मुंबई से आईं रुखसाना खातून ने मुख्यमंत्री से बातचीत के क्रम में बताया कि वह बेटी से मिलने मुंबई गई थीं और लॉकडाउन में फंस गईं. उन्होंने मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, "आपने ट्रेन से बुलाकर क्वारंटीन सेंटर में यहां सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई है. मेरी तबीयत भी खराब हुई थी, लेकिन यहां इस केन्द्र पर सारी सुविधाएं हैं और मुझे अच्छा महसूस हो रहा है."

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80 प्रतिशत श्रमिक विशेष ट्रेनें गईं: रेलवे

भारतीय रेलवे ने रविवार को दावा किया कि उसने 2,813 श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई हैं, जिससे अब तक 37 लाख से अधिक यात्रियों को भेजा गया है. रेलवे ने बताया कि कुल श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 80 प्रतिशत उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग जगहों (उत्तर प्रदेश के लिए 1,301 और बिहार के लिए 973) के लिए निर्धारित हैं. रेलवे ने कहा कि लगभग 60 प्रतिशत ट्रेनें गुजरात, महाराष्ट्र और पंजाब से चली हैं और उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए जाती हैं.

रेलवे ने कहा, "यूपी में अधिकांश गंतव्य लखनऊ- गोरखपुर सेक्टर और बिहार में पटना के आसपास हैं. शनिवार को चली 565 ट्रेनों में से 266 बिहार और 172 उत्तर प्रदेश जा रही थीं."

श्रमिक विशेष ट्रेनों के समय पर चलने को सुनिश्चित करने के लिए ट्रेन चलाने वाले कर्मचारियों को भी संवेदनशील बनाया गया है. इन प्रयासों के साथ, भीड़ की स्थिति में काफी कमी आई है और ट्रेनों की गतिशीलता में काफी सुधार हुआ है. पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनों में वृद्धि की वजह से नेटवर्क कंजेशन के कारण ट्रेनें देरी से चलीं और इससे खाना बांटने में दिक्कत हुई. आईआरसीटीसी और रेलवे ने श्रमिक ट्रेनों में भोजन और पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने और यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए संसाधनों की व्यवस्था की है.

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चुनाव की तैयारी शुरू

बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या भले बढ़ रही हो, लेकिन अब सभी राजनीतिक दलों की सक्रियता इस साल के अंत में होने वाले चुनाव को लेकर बढ़ गई है. आपदा को लेकर सरकार सक्रिय है, लेकिन नेता इस पर भी इस चुनावी साल में फायदे और नुकसान का आंकलन कर रहे हैं.
सरकार बाहर से आ रहे मजदूरों को लेकर राहत की बात कर रही है, तो विपक्ष भी उन्हें राहत पहुंचाने का दावा कर रहा है. विपक्ष व्यवस्था पर सवाल उठाकर पीड़ितों में खुद को ज्यादा शुभचिंतक साबित करने में जुटा है.

यह सही है कि कोरोना के दौर में पिछले करीब दो महीने से बिहार की सियासत ठंडी पड़ी थी, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से सियासत में गर्माहट महसूस की जाने लगी है. चार दिन पूर्व विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी, आरएलएसपी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने आरजेडी और कांग्रेस को बिना आमंत्रित किए बैठक कर महागंठबंधन की राजनीति गर्म कर दी थी. इधर, बीजेपी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को बिहार के बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की.

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव, बड़ी संख्या में प्रवासी दिहाड़ी मजदूरों के बिहार पहुंचने और कोरोना राहत पर चर्चा हुई.

(इनपुट IANS से )

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