कश्मीर घाटी में 14 अक्टूबर को 72 दिनों की पाबंदी के बाद सभी नेटवर्क पर पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. इस तरह घाटी में 14 अक्टूबर की दोपहर से करीब 40 लाख पोस्टपेड मोबाइल फोन ऑपरेशनल हो गए हैं.
बता दें कि सरकारी प्रवक्ता और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रोहित कंसल ने 12 अक्टूबर को बताया था सभी पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवाएं 14 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से बहाल कर दी जाएंगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने बताया कि ये सेवाएं 12 अक्टूबर को बहाल की जानी थीं लेकिन आखिरी वक्त पर कुछ तकनीकी समस्या आने के चलते इस बहाली को टाल दिया गया. हालांकि उपभोक्ताओं को घाटी में इंटरनेट सेवाओं के बहाल होने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा.
केंद्र सरकार द्वारा पर्यटकों के लिए घाटी के द्वार खोलने का परामर्श जारी करने के बाद पोस्टपोड मोबाइल सेवाओं को बहाल करने का कदम उठाया गया है.
पर्यटन संघ निकाय ने प्रशासन से कहा था कि बिना मोबाइल सेवाओं के कोई पर्यटक घाटी नहीं आना चाहेगा.
बता दें कि आर्टिकल 370 को बेअसर करने और जम्मू-कश्मीर को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के ऐलान के बाद से ही घाटी में मोबाइल सेवाएं ठप थीं. 5 अगस्त से इन सेवाओं के ठप होने के बाद 17 अगस्त को आंशिक रूप से लैंडलाइन सेवाएं बहाल की गई थीं और 4 सितंबर को इन्हें पूरी तरह बहाल कर दिया गया था. इसके साथ ही करीब 50,000 लैंडलाइन सेवाएं बहाल हो गई थीं.
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