कानपुर के राजकीय बाल संरक्षण गृह में 57 लड़कियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी नाराज नजर आईं. प्रियंका का कहना है कि ऐसी घटना यूपी के देवरिया और बिहार के मुजफ्फरपुर से भी सामने आ चुकी हैं लेकिन जांच के नाम पर सबकुछ दबा दिया जाता है.
नवभारत टाइम्स ऑनलाइन की रिपोर्ट को शेयर करते हुए प्रियंका गांधी ने फेसबुक पर लिखा-
कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों को कोरोना की जांच होने के बाद एक हैरानी करने वाला तथ्य सामने आया। 2 बच्चियां गर्भवती निकलीं और एक को एड्स पॉजिटिव निकला. मुजफ्फरपुर (बिहार) के बालिका गृह का पूरा किस्सा देश के सामने है. यूपी में भी देवरिया से ऐसा मामला सामने आ चुका है. ऐसे में पुनः इस तरह की घटना सामने आना दिखाता है कि जांचों के नाम पर सब कुछ दबा दिया जाता है लेकिन सरकारी बाल संरक्षण गृहों में बहुत ही अमानवीय घटनाएं घट रही हैं.
इस संरक्षण गृह में लाने से पहले ही गर्भवती थी लड़कियां: DM
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस संरक्षण गृह में कोरोना संक्रमण की जांच के दौरान ये पाया गया कि दो लड़कियां गर्भवती हैं, 57 कोरोना वायरस पॉजिटिव पाई गई हैं.
हालांकि, कानपुर नगर के डीएम ने ट्वीट कर बताया है कि ये लड़कियां पॉक्सो एक्ट के तहत CWC आगरा और कन्नौज के आदेश से दिसम्बर 2019 में यहां लाईं गईं थीं. उस समय जो मेडिकल टेस्ट हुआ था, उसके मुताबिक वो गर्भवती थीं.
बता दें कि अब शहर के स्वरूप नगर में स्थित इस संरक्षण गृह को सील कर दिया गया है.
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