बिहार में 208 नए मरीज, कुल संक्रमित 5,364
बिहार में मंगलवार को कोरोना के 208 नए मरीज मिलने के साथ राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,364 तक पहुंच गई. अब तक 33 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि अब तक कुल 1,05,588 नमूनों की जांच की गई है और कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब 5,364 हो गई है.
"राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 228 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक कुल 2,770 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 51़ 6 प्रतिशत है. बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के 2,560 सक्रिय मामले हैं.
उन्होंने कहा कि तीन मई के बाद बाहर से बिहार आने वाले लोगों में से 3,853 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 72 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान दो कोरोना संक्रमितों की मौत हुई.
कोरोना मरीजों की संख्या 15 दिन में हो रही दोगुनी, तिगुनी
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो बिहार में जहां 15 दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो रही है, वहीं उत्तर बिहार में यह संख्या 15 दिनों में करीब तीनगुनी बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर बिहार में पहला मरीज 22 अप्रैल को पूर्वी चंपारण में मिला था, जबकि अब यहां मरीजों की संख्या 1000 को पार कर चुकी है. 22 मई को उत्तर बिहार में करीब 300 मरीजों की पुष्टि हुई थी.
राज्य के बाकी हिस्सों में 15 दिनों में ही कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो गई. 22 मार्च को दो संक्रमितों की पहचान की गई थी, जबकि 24 मई को संक्रमितों की संख्या 2,500 को पार कर गई थी. 15 दिनों के बाद 8 जून को यह संख्या 5,247 तक पहुंच गई.
डॉक्टर ने अस्पताल उपाधीक्षक को जूते से पीटा
बिहार के लखीसराय जिले के सदर अस्पताल में मंगलवार को उस समय अफरातफरी की स्थिति हो गई, जब अस्पताल के एक डॉक्टर अमरेश कुमार अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अशोक कुमार को जूते से पीटने लगे. बताया जा रहा है कि डॉ अमरेश हाजिरी काटे जाने से नाराज थे. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिली है कि मंगलवार को दोपहर उपाधीक्षक डॉ अशोक अपने ऑफिस में मौजूद थे, तभी डॉ अमरेश उनके कमरे में पहुंचे और उनसे अकेले में बात करने का प्रस्ताव रखा, इसके बाद कुछ लोग बाहर निकल गए.
आरोप है कि उसके बाद डॉ अमरेश ने हंगामा किया और उपाधीक्षक की जूते से पिटाई कर दी. बचाव में पहुंचे ड्राइवर को भी डॉक्टर ने नहीं बख्शा और उसकी भी पिटाई कर दी. घटना के बाद सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने इसकी शिकायत सिविल सर्जन डॉ.आत्मानंद से की है.
विपक्षी दलों के महागठबंधन में 'किचकिच'
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं, वहीं विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल दलों में किचकिच शुरू हो गई है, जिससे गठबंधन में दरार काफी चौड़ी होती जा रही है.
महागठबंधन के नेता भी अब खुलकर इसके लिए आरजेडी के तानाशाही रवैये को दोष दे रहे हैं. यही नेता यह भी कहते हैं कि लालू प्रसाद अगर होते तो यह समस्या नहीं होती. कोरोना संक्रमण के इस दौर में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हैं. राजद के नेता और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को आरजेडी ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने साफ तौर पर कह दिया है कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के नेता नहीं है.
इस बीच, महागठबंधन में शामिल छोटे दलों हम के अध्यक्ष मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी पिछले कुछ दिनों के अंदर दो बार बैठक कर चुके हैं, ये सभी नेता महागठबंधन में समन्वय समिति बनाकर कोई भी निर्णय लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन आरजेडी अपनी जिद पर अड़ी है.
(इनपुट IANS से)
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