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अमेठी के 1 गांव में महीने भर में 20 मौतें, CMO बोले कोरोना से एक

अमेठी जिले के हारीमऊ गांव में लगातार मौतें, दहशत में ग्रामीण

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बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में कोरोना महामारी के बीच रहस्यमयी तरीके से मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. जगदीशपुर ब्लॉक के हारीमऊ गांव में पिछले एक महीने में करीब 20 लोगों की मौत हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोई जांच नहीं की इसलिए मौतों की वजह स्पष्ट नहीं है. वहीं अधिकारियों का दावा है कि जांच की गई और सिर्फ एक मौत ही कोरोना संक्रमण से हुई.

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गांव में लगातार मौतों से दहशत में ग्रामीण

हारीमऊ गांव के युवाओं की मानें तो उनके गांव में पिछले एक महीने में 18 से 20 मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग की टीम आज तक गांव नही आई और न ही कोई जांच की. जिससे कि पता चल सके कि आखिर लगातार हो रही मौतों की वजह क्या है. स्वास्थ्य विभाग की टीम सिर्फ अस्पताल तक आती है और दवाइयां देकर चली जाती है.

स्थानीय निवासी राजेंद्र कौशन के अनुसार, एक घर में 3 लोगों की मौत हुई है और लगातार हो रही मौतों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और लोग घर से नहीं निकल रहे हैं.

दिल्ली से गांव लौटे एक व्यक्ति के बाद शुरू हुआ मौतों का सिलसिला

हारीमऊ ग्रामसभा के ग्राम प्रधान के मुताबिक उनके गांव में 18 से 20 मौतें हो चुकी हैं लेकिन मौतें किस वजह से हो रही है इसकी जानकारी किसी को नहीं है. पिछले महीने में कई मौतें हुई है स्वास्थ्य विभाग की टीम आती है और सिर्फ दवा देकर चली जाती है.

पिछले दिनों गांव का एक व्यक्ति दिल्ली से आया था जिसको कोई दिक्कत थी और जब वो अस्पताल से दिखाकर लौटा तो उसकी मौत हो गई. उसके बाद कई लोग खत्म हो गए हैं. खबर सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम आई थी लेकिन जांच के लिए किसी का सैंपल नहीं लिया.

अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की सफाई

अमेठी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष दुबे ने बताया कि उन्हें गांव में लगातार हो रही मौतों की जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से मिली. इसके बाद जगदीशपुर CHC प्रभारी को निर्देश दिए गए.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार गांव में सिर्फ एक ही व्यक्ति की मौत कोरोना से हुई है बल्कि 14 लोगों की मौत अधिक उम्र होने की वजह से हुई.

गांव में सैनेटाइजेशन का काम कराया गया और जो लोग संदिग्ध दिखे टेस्ट के लिए उनका सैंपल लिया गया. सभी लोगों को दवाई देकर 6 दिन के लिए होम आइसोलेशन में रखा गया है.

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