उत्तर प्रदेश के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (इन्फॉर्मेशन) नवनीत सहगल ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को भ्रामक बताया है, जिनमें कहा गया था कि राज्य सरकार ने गौशालाओं में गायों के लिए ऑक्सीमीटर और थर्मल स्कैनर की व्यवस्था करने का फैसला किया है.
हालांकि, 4 मई की एक प्रेस रिलीज में साफ कहा गया था कि उत्तर प्रदेश में गायों के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने के अलावा, योगी आदित्यनाथ सरकार "गायों और बाकी जानवरों के लिए सभी चिकित्सा उपकरण जैसे कि ऑक्सीमीटर और थर्मल स्कैनर'' मुहैया कराने जा रही है.
सरकार के इस कदम के बारे में शुरुआती मीडिया रिपोर्ट्स 4 मई को राज्यभर के पत्रकारों को भेजी गई प्रेस रिलीज पर आधारित थीं. प्रेस रिलीज में, उत्तर प्रदेश में COVID-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच गायों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे उपायों का विवरण दिया गया था.
प्रेस रिलीज में कहा गया था, ''गायों और अन्य जानवरों के लिए गौशालाओं में सभी चिकित्सा उपकरणों जैसे कि ऑक्सीमीटर और थर्मल स्कैनर की व्यवस्था की जाएगी.''
मीडिया रिपोर्ट्स के बाद सामने आई सफाई
द वायर और द इंडियन एक्सप्रेस जैसे कई मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रेस रिलीज से संबंधित खबर छपने के बाद सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने सफाई दी है कि गौशालाओं में चिकित्सा उपकरण कर्मचारियों के लिए भेजे जा रहे हैं, गायों के लिए नहीं.
इंडिया टुडे से बात करते हुए, नवनीत सहगल ने कहा कि यूपी सरकार की ओर से गायों के लिए ऑक्सीमीटर या थर्मल स्कैनर को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. इस बारे में न्यूज रिपोर्ट्स को 'भ्रामक' बताते हुए उन्होंने कहा कि गौशालाओं में ऑक्सीमीटर और दूसरे उपकरण स्टाफ के लिए लगाए जाएंगे, गायों के लिए नहीं.
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