यूपी के लखनऊ में जिस हत्याकांड को लेकर पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेज दिया, हाईकोर्ट ने अब उसी हत्याकांड में पुलिस कमिश्नर को तलब किया है. मामला सुमित मिश्रा हत्याकांड का है, जिसमें उनके साले आदेश और आयुष पांडे को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन फिर आदेश के परिवार ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें पुलिस ही मृतक सुमित मिश्रा और उसके दोस्त को पीटते हुए नजर आ रहे हैं. ये वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया, जिससे पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं.
परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने जेल भेजे गए हत्यारोपियों को फर्जी तरीके से हत्या के मामले में फंसाया है. परिजनों का आरोप है कि खुद पुलिसकर्मियों ने सुमित की बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई और खुद को बचाने के लिए साजिशन उनके बेटों को हत्यारा बना जेल भेज दिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल मृतक सुमित मिश्रा और आयुष की बहन ने परिजनों की मर्जी के बिना दो साल पहले लव मैरिज की थी. बाद में सुमित पर आरोप लगाया गया कि वो पत्नी को आए दिन मारता पीटता था. इसकी शिकायत परिजनों ने थाने में की थी. जिससे सुमित नाराज था और घटना वाले दिन अपने साथी के साथ आदेश के घर पहुंच गया. जहां आयुष भी मौजूद था. सुमित मिश्रा नशे में धुत होकर अपने दोस्त के साथ आदेश व उसके दोस्त आयुष पांडेय से झगड़ा करने लगा. बाद में सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने सुमित की जमकर पिटाई की और उसे अपने साथ लेकर चले गए.
परिवार जो वीडियो वायरल कर रहा है, उसके जरिए यही आरोप लगाए जा रहे हैं कि पुलिस की इसी पिटाई के चलते सुमित की मौत हुई है.
परिजनों का आरोप है कि, 'उनके बेटों आदेश और आयुष पांडेय को पुलिस ने थाने बुलवाया और दोनों थाने पहुंचे तो उन्हें लॉकअप में बंद कर दिया. बाद में ये जानकारी मिली कि सुमित की मौत हो गई है और उसकी हत्या में आदेश और आयुष की गिरफ्तारी की गई है. मामले में परिजनों ने मानवाधिकार आयोग को चिट्ठी लिखी है और दोनों को अलीगंज पुलिस द्वारा फर्जी फंसाने का आरोप लगाकर जांच की मांग की है.
आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की बात
पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की बात कही है. 'सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के संबंध में पुलिस कमिश्नर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस उपायुक्त उत्तरी को वीडियो के जांच हेतु निर्देशित किया गया है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ आवश्यक कड़ी कार्यवाही की जाएगी.' लेकिन अब इस मामले को लेकर हाईकोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को तलब कर दिया है.
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