शिक्षा कितनी जरूरी है, ये उत्तर प्रदेश के महोबा के एक मामले से समझा जा सकता है. मंडप सजा हुआ था. बाराती-घाराती दोनों मौजूद थे लेकिन दूल्हे का शादी का अरमान धरा का धरा रह गया. गलती क्या थी? गलती थी अशिक्षित होना और दुल्हन के परिवारवालों के मुताबिक, अशिक्षित होने की बात छिपाकर रखना.
दरअसल, महोबा जिले में एक शख्स की शादी छोटे से 'मैथ्स टेस्ट' में फेल होने की वजह से टूट गई. मामला 1 मई का है, दूल्हा अपनी 'बारात' के साथ शादी के मंडप में पहुंचा. दुल्हन को दुल्हे के एजुकेशन बैकग्राउंड पर शक था, ऐसे में दुल्हन ने जयमाला से ठीक पहले दूल्हे को को 2 का पहाड़ा सुनाने के लिए कहा. दूल्हा इसमें नाकाम रहा और शादी रोक दी गई.
न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, दूल्हा महोबा जिले के धवार गांव का रहने वाला था. दोनों परिवारों के सदस्य और कई ग्रामीण विवाह स्थल पर एकत्र हुए थे.
'ऐसे किसी शख्स से शादी नहीं कर सकती जिसे बेसिक मैथ तक पता न हो'
दुल्हन ने मंडप से बाहर निकलते हुए कहा कि वह किसी ऐसे व्यक्ति से शादी नहीं कर सकती, जिसे गणित की बेसिक बातें पता नहीं हैं. वहीं दोस्त और रिश्तेदार भी दुल्हन को समझाने में नाकाम रहे. दुल्हन के चचेरे भाई ने कहा कि वे यह जानकर चौंक गए कि दूल्हा अशिक्षित था.
उसने कहा, "दूल्हे के परिवार ने हमें उसकी शिक्षा के बारे में अंधेरे में रखा था. वह स्कूल भी नहीं गया होगा. दूल्हे के परिवार ने हमें धोखा दिया है. लेकिन मेरी बहादुर बहन सामाजिक वर्जनाओं के डर के बिना बाहर चली गई."
दोनों पक्षों द्वारा गांव के प्रमुख नागरिकों के हस्तक्षेप पर समझौता करने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. यह सौदा हुआ कि दूल्हा और दुल्हन के परिवार वाले उपहार और आभूषण लौटा देंगे.
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