उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने पत्रकार सिद्दीकी कप्पन समेत पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसकी स्टूडेंट विंग से कथित तौर पर जुड़े 8 लोगों के खिलाफ मथुरा की एक अदालत में करीब 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में राजद्रोह, आपराधिक साजिश, आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने जैसे आरोप हैं.
मामले को लेकर जिला शासकीय अधिवक्ता शिवराम सिंह तरकर ने कहा, ‘‘खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना के आधार पर दिल्ली से हाथरस जाते समय यमुना एक्सप्रेस-वे पर मांट टोल चैकी पर गिरफ्तार किए गए पीएफआई/सीएफआई के चार सदस्यों कप्पन सिद्दीकी, मोहम्मद आलम, मसूद अहमद और अतीकुर्रहमान और उनसे पूछताछ के बाद केरल में गिरफ्तार किए गए उनके संगठन के राष्ट्रीय महासचिव रऊफ शरीफ और लखनऊ में पकड़े गए मुखिया असनद बदरुद्दीन और फिरोज खान सहित एक अन्य सदस्य दानिश के खिलाफ एसटीएफ ने अपर जिला और सत्र न्यायाधीश (प्रथम) अनिल कुमार पांडेय की अदालत में लंबी-चौड़ी चार्जशीट पेश की है.’’
कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए एक मई की तारीख तय की है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में रेप के एक मामले को लेकर उपजे जनाक्रोश के बाद वहां जाने के दौरान पत्रकार सिद्दीकी कप्पन, अतीक-उर-रहमान, मसूद अहमद और आलम को गिरफ्तार किया गया था. चारों के खिलाफ सख्त गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और आईटी अधिनियम के तहत भी आरोप लगाए गए हैं.
इनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में दावा किया गया कि वे एक "साजिश" के तहत "शांति भंग करने" के इरादे से हाथरस जा रहे थे.
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