उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक ही झटके में 25 हजार लोगों को बेरोजगार कर दिया. योगी सरकार ने 25 हजार होमगार्ड की ड्यूटी खत्म करने का फैसला लिया है. सरकार ने इसके पीछे बजट की कमी को वजह बताया है. एडीजी पुलिस मुख्यालय की तरफ से ये आदेश जारी किया गया. 25 हजार होमगार्ड को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है.
उत्तर प्रदेश में पुलिस की सहायता के लिए करीब 90 हजार होमगार्ड ड्यूटी करते हैं. जिनमें से अब तक करीब 40 हजार की छुट्टी हो चुकी है. होमगार्ड की संख्या कम करने के पीछे बजट को बैलेंस करना बताया गया है. बताया जा रहा है कि होमगार्ड का वेतन पुलिस के बराबर होने के चलते ऐसा किया जा रहा है.
क्या है आदेश?
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी आदेश में साफ शब्दों में कहा गया है कि 25 हजार होमगार्ड को तात्कालिक प्रभाव से हटाया जा रहा है. इस आदेश में लिखा गया है, “मुख्य सचिव यूपी की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान होमगार्ड स्वयंसेवकों की तैनाती समाप्त करने का फैसला लिया गया है. इसी को लेकर यूपी के जनपदोंमें निर्धारित कुल 25000 होमगार्ड स्वयंसेवकों की तैनाती तात्कालिक प्रभाव से समाप्त की जाती है. होमगार्ड की दी गई सेवाओं के मानदेय के रूप में भुगतान की जाने वाली राशि का पूरा ब्यौरा एक हफ्ते में पुलिस मुख्यालय प्रयागराज को भेजा जाए.”
जहां एक तरफ यूपी सरकार होमगार्ड में तैनात युवाओं को बेरोजगार कर रही है, वहीं दूसरी तरफ ये भी दलील दी जा रही है कि भविष्य में उनके लिए बजट बढ़ाया जा सकता है. सरकार के इस फैसले के बाद बाकी होमगार्ड पर भी तलवार लटकती दिख रही है. बताया जा रहा है कि आगे कुछ और होमगार्ड की नौकरी भी जा सकती है.
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