उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) में यूपी पुलिस का ताबड़तोड एक्शन जारी है. शुक्रवार को प्रयागराज में लगातार तीसरे दिन बुलडोजर कार्रवाई हुई. जानकारी के अनुसार, आज जिस मसकुउद्दीन के घर पर बुलडोजर पर चला वह कथित तौर पर अतीक अहमद का करीबी है.
इससे पहले प्रयागराज पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के कथित करीबी जफर कान, सफदर अली और कवी अहमद के मकान को बुलडोजर कार्रवाई में ध्वस्त कर दिया है.
इस बीच, पत्रकार जफर अहमद ने एक वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा है. उसने कहा है कि उसका अतीक अहमद से कोई संबंध नहीं है, उसने अपने बहनोई वकील खान सौलत हनीफ के कहने पर घर खरीदा था. इस मकान को ध्वस्त कर दिया गया है.
जफर ने कहा कि बीते दो साल में वो कभी मकान को देखने नहीं गया है और इससे जुड़े सभी दस्तावेज और चाभी खान सौलत हनीफ के पास है. जफर अहमद ने प्रशासन से अपनी जांच कराए जाने की अपील की है.
क्या है मामला?
प्रयागराज में सरेआम 24 फरवरी को उमेश पाल नाम के शख्स की हत्या कर दी गई थी. उमेश BSP विधायक रहे राजूपाल की हत्या मामले में मुख्य गवाह था. घटना में उमेश के साथ उनके दो सरकारी गनर को भी गोली लगी थी. एक गनर संदीप निषाद की इलाज के दौरान उसी दिन मौत हो गई थी जबकि दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह की लखनऊ के PGI में 1 मार्च को मौत हो गई.
अतीक अहमद मामले में नामजद
मामले में पुलिस ने पूर्व सांसद अतीक अहमद को भी नामजद किया है. अतीक फिलहाल गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद और उसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर योगी सरकार से अपने जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है. याचिका में केस की CBI जांच की मांग की गई है और सभी पूछताछ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के समक्ष करने को कहा गया है. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 17 मार्च की तारीख तय की है.
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