देश भर में त्योहारों पर हो रहे धार्मिक उन्माद और हिंसा के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्ती बढ़ाई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सोमवार को पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की जिसमें उन्होंने कानून-व्यवस्था से संबंधित कई तरह के निर्देश दिए.
योगी आदित्यनाथ ने निर्देश में कहा है कि थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य लोगों के साथ संवाद बनाएं ताकि आने वाले त्योहारों खासकर ईद और अक्षय तृतीया में धार्मिक सौहार्द कायम रखा जा सके. योगी ने ट्वीट में लिखा कि,
"आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं. ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है. ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा."
माहौल खराब करने वालों पर सख्ती
इसके अलावा योगी ने ये भी निर्देश दिया कि ध्यान रखा जाए कि "धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों. यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो."
एक और ट्वीट में उन्होंने पुलिस से कहा कि, शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं. माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजकतत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए. ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए.
पुलिस अधिकारी अपने ही क्षेत्र में विश्राम करें
योगी आदित्यनाथ ने एक और आदेश में कहा है कि "तहसीलदार, एसडीएम, थानाध्यक्ष अथवा सीओ आदि सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें. शासकीय आवास है तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें, लेकिन रात्रि में अपने ही क्षेत्र में रहें. इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए"
माइक के उपयोग पर भी निर्देश
कई राज्यों में अजान के दौरान माइक के उपयोग को लेकर बवाल मचा है. योगी ने माइक के प्रयोग पर कहा है,
सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है. माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए. अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए. नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें.
पुलिस की इजाजत के बिना कोई शोभायात्रा नहीं
एक और स्पष्ट संदेश में योगी ने कहा है कि "कोई भी शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए. अनुमति से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए. अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए."
पुलिस अधिकारियों की छुट्टियां कैंसिंल
थानाध्यक्ष, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी मंडलायुक्त तक सभी प्रशासनिक/पुलिस अधिकारियों तक की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं. 4 मई तक की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं. जो वर्तमान में अवकाश पर हैं उन्हें भी अगले 24 घंटे के भीतर तैनाती स्थल पर वापस लौटने को कहा गया है.
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