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विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप : बजरंग, विनेश से बड़ी उम्मीदें

विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप : बजरंग, विनेश से बड़ी उम्मीदें

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नूर-सुल्तान (कजाकिस्तान), 13 सितम्बर (आईएएनएस)| राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद महिला पहलवान विनेश फोगाट और पुरुष पहलवान बजरंग पुनिया से देश को बड़े टूर्नामेंट में जीत की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इन्हीं उम्मीदों के साथ यह दोनों शनिवार से यहां शुरू हो रही सीनियर विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में उतरेंगे। बजरंग 65 किलोग्राम भारवर्ग में दुनिया के नंबर-1 पहलवान हैं। उन्हें विश्व चैम्पियनशिप में पहली सीड भी मिली है। टोक्यो ओलम्पिक के लिए पदक के सबसे बड़े दावेदार बजरंग ने पिछली बार विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था और इस बार न केवल वह अपने पदक का रंग बदलना चाहेंगे बल्कि अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में भी क्वालीफाई करना चाहेंगे। विश्व चैम्पियनशिप, टोक्यो ओलम्पिक के लिए एक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है।

बजरंग इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 2013 में 60 किग्रा में कांस्य पदक जीतने के पांच साल बाद 65 किग्रा में खेलने लगे हैं। बजरंग की नजरें अब इस विश्व चैम्पियनशिप में सुशील कुमार के बाद स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बनने पर है। सुशील ने 2010 में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।

बजरंग का हालिया फॉर्म भी बेहतरीन हैं। उन्होंने यासर डोगू में स्वर्ण अपने नाम किया है। इससे पहले वे एशियाई चैम्पियनशिप, डेन कोलोव में भी जीत दर्ज कर चुके हैं।

एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश पहली बार विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए उतर रही है। विश्व रैंकिंग में छठे नंबर की पहलवान विनेश 53 किलोग्राम भारवर्ग में खेल रही हैं। उन्होंने पिछले कुछ महीनों में लगातार तीन टूर्नामेंटों में स्वर्ण पदक जीते हैं। विश्व चैम्पियनशिप में अभी तक भारत की किसी भी महिला पहलवान ने अपने गले में सोने का तमगा नहीं डाला और विनेश से उम्मीद है कि वह इस सूखे को खत्म कर सकेंगी।

50 किलोग्राम भारवर्ग में सीमा से भी सबको पदक की उम्मीद है। यसार डोगु 2019 रैंकिंग सीरीज में स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह रैंकिंग में तीसरे नंबर पर पहुंच चुकी हैं और इस चैम्पियनशिप में उन्हें दूसरी सीड मिली है।

पुरुषों के फ्री स्टाइल में ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार (74 किलोग्राम भारवर्ग) आठ साल बाद विश्व चैम्पियनशिप में उतरने जा रहे हैं। सुशील ने विश्व चैम्पियनशिप-2010 में स्वर्ण पदक जीता था। सुशील विश्व स्तर के पहलवान हैं ऐसे में उम्मीदों का भार उन पर होना लाजमी है।

बजंरग और सुशील के अलावा हाल ही में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप जीत इतिहास रचने वाले 18 साल के दीपक पुनिया भी पदक जीतने का दम रखते हैं। दीपक को 86 किलोग्राम भारवर्ग में चौथी सीड मिली है। 61 किलोग्राम भारवर्ग में राहुल अवारे को दूसरी सीड। राहुल भी पदक जीतने का दम रखते हैं।

वहीं, महिलाओं में साक्षी मलिक एक और बड़ा नाम हैं। रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता ने बीते एक साल में सफलता अर्जित नहीं की है। उनका मौजूदा फॉर्म भी खराब है। दिव्या कांकरान और पूजा ढांडा पर भी भारतीयों की नजरें रहेंगी।

विश्व कुश्ती 22 सितम्बर तक चलेगी। इसमें ग्रीको रोमन मुकाबले पहले खेले जाएंगे। चैम्पियनशिप में 101 देशों के करीब 1000 पहलवान भाग ले रहे हैं।

भारतीय दल :

फ्री स्टाइल (पुरुष) : रवि कुमार (57 किलोग्राम), राहुल अवारे (61), बजरंग पुनिया (65), करण (70), सुशील कुमार (74), जितेन्द्र (79), दीपक पुनिया (86), परवीन (92), मौसम खत्री (97), सुमित (125)।

फ्री स्टाइल (महिला) : सीमा (50 किलोग्राम), विनेश (53), ललिता (55), सरिता (57), पूजा ढांडा (59), साक्षी मलिक (62), नवजोत कौर (65), दिव्या काकरान (68), कोमल भगवान गोले (72), किरण (76)।

ग्रीको-रोमन : मंजीत (55 किलोग्राम), मनीष (60), सागर (63), मनीष (67), योगेश (72), गुरप्रीत सिंह (77), हरप्रीत सिंह (82), सुनील कुमार (87), रवि (97), नवीन (130)।

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