वीडियो एडिटर: दीप्ति रामदास
अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल चुनावों के बारे में पहले से ही इंटरनेट पर गलत जानकारियां फैल रही हैं. ऐसा ही एक पोस्ट जो फेसबुक और ट्विटर के कई यूजर्स शेयर कर रहे हैं... वो है- असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के साथ गठबंधन करने को लेकर BJP का ट्वीट. लेकिन न तो ये ट्वीट असली है और न ही ये खबर. हमें कैसे पता चला? इसे देखिए.
ट्विटर हैंडल में अंतर
अगर आप पार्टी के ट्विटर हैंडल के असली अकाउंट और फर्जी ट्वीट को ध्यान से देखेंगे, तो आपको साफ अंतर दिखाई देगा. असली अकाउंट में कैपिटल लेटर्स में हैंडल का नाम है जबकि फर्जी ट्वीट में स्मॉल लेटर्स में लिखे गए हैं
कोई खबर नहीं
हमने देखा कि ये 20 नवंबर को ट्वीट किया गया था, लेकिन न तो हमें पार्टी के हैंडल पर इसका कोई नामोनिशान मिला और न ही हमें कोई ऐसी खबर दिखी, जो इस तरह की बात कहती हो. इससे इस ट्वीट पर सवाल उठता है, क्योंकि अगर ये सच होता तो इसकी राजनीतिक महत्व और आने वाले चुनावों को देखते हुए मीडिया ने इसे कवर जरूर किया होता.
कोई कोट ट्वीट नहीं
और आखिर में, हमने देखा कि इस ट्वीट के 24,000 रीट्वीट हैं, लेकिन एक भी कोट ट्वीट नहीं है, जो फिर से सवाल खड़ा करता है... क्योंकि पार्टी के अकाउंट पर कम ट्रैक्शन वाले ट्वीट्स में भी कोट ट्वीट देखने को मिलता है और इतने बड़ी राजनीतिक घटना पर कोई कोट ट्वीट नहीं? ये तो संभव नहीं लगता है.
जाहिर है, चुनाव से पहले AIMIM के BJP के साथ हाथ मिलाने के बारे में झूठी कहानी बनाने के लिए फर्जी ट्वीट फैलाया जा रहा है. दोनों पार्टियों में से किसी ने भी इस तरह की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
अब, अगली बार जब आप पश्चिम बंगाल चुनावों से जुड़े किसी फर्जी खबर को देखते हैं, तो इसे हमें
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