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दुर्गा पंडाल में नमाज की टाइमिंग लिस्ट? ये फोटो बंगाल नहीं बांग्लादेश की है

ये फोटो Bangladesh के ढाका में उत्तरा सरबोजोनिन पूजा कमेटी की ओर से स्थापित एक दुर्गा पूजा पंडाल की है.

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सोशल मीडिया पर दुर्गा पंडाल में लगी नमाज की टाइमिंग लिस्ट की एक फोटो वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है कि ये फोटो पश्चिम बंगाल (West Bengal) की है और हाल के दुर्गा पूजा उत्सव की है. हालांकि, वायरल फोटो भारत की नहीं, बांग्लादेश के ढाका में स्थापित की गई दुर्गा झांकी की है. समिति के मुताबिक, झांकी में नमाज की टाइमिंग लिस्ट इसलिए लगाई गई थी जिससे कि नमाज के वक्त किसी तरह के डिस्टरबेंस से बचा जा सके.

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दावा

फोटो को पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया जा रहा है. शेयर करने वाले एक पोस्ट का हिंदी अनुवाद है - मां दुर्गा के सामने लगे बोर्ड में नमाज की टाइमिंग. मुझे आश्चर्य है कि क्या यह वही राज्य है जहां रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म हुआ था!

फोटो फेसबुक पर कई यूजर्स ने इसी दावे के साथ शेयर की. ऐसे पोस्ट्स का अर्काइव यहां, और यहां देख सकते हैं. यही दावा ट्विटर पर भी किया जा रहा है.

पड़ताल में हमने क्या पाया 

फोटो को बारीकी से देखने पर नीचे आयोजकों की जानकारी है. यहां बंगाली भाषा में ''उत्तरा सर्बोजोनिन पूजा कमेटी''लिखा देखा जा सकता है. ये बांग्लादेश की कमेटी है.

वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने से हमें बांग्लादेश की 14 और 15 अक्टूबर की कुछ न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.

Daily Pioneer News की रिपोर्ट में उत्तरा सरबोजोनिन पूजा कमेटी के हवाले से बताया गया है कि नमाज की टाइमिंग की लिस्ट इसलिए लगाई गई है, ताकि उस वक्त कोई संगीत वगैरह न बजाया जाए.

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दुर्गा पंडाल में नमाज की टाइमिंग की फोटो बांग्लादेश की है

हमने बांग्लादेश की फैक्ट चेकिंग संस्थान Rumor Scanner से संपर्क किया, उन्होंने ऐसे पोस्ट्स खोजने में हमारी मदद की, जो उत्तरा पूजा पंडाल में गए लोगों ने सोशल मीडिया पर किए थे.

इन पोस्ट्स से वायरल फोटो को मिलाने पर साफ हो रहा है कि वायरल फोटो भी बांग्लादेश की इसी झांकी की है.

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हमें न्यूज प्लेटफॉर्म Dhaka 24's की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में दिखाए गए पंडाल के वीडियो को वायरल फोटो से मिलाने पर साफ हो रहा है कि दोनों एक ही पंडाल के हैं.

फैक्ट चेकिंग संस्थान बूम ने उत्तरा सरबोजोनिन पूजा कमेटी से संपर्क कर कमेटी के जनरल सेक्रेटरी गोपाल घोष से भी बात की. गोपाल घोष ने पुष्टि की कि पोस्टर उनके द्वारा ही लगाया गया है.

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बूम से बातचीत में गोपाल घोष ने कहा - चूंकि दुर्गा उत्सव में कई तरह के म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाए जाते हैं. इसलिए हमने तय किया कि एक पोस्टर लगाएंगे, जिससे श्रद्धालू इसका ध्यान रखते हुए नमाज़ के वक्त 20-30 मिनट कोई संगीत न बजाएं.

साफ है कि सोशल मीडिया पर बांग्लादेश के दुर्गा पूजा पंडाल की फोटो को पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.

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