सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ पुलिसकर्मी को पीटती और दौड़ाती नजर आ रही है. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो तेलंगाना का है, जहां पुलिसकर्मी पर मुस्लिमों की भीड़ ने हमला किया.
हालांकि, क्विंट ने पाया कि वीडियो में दिख रही घटना गुजरात में अक्टूबर 2020 को हुई थी. स्थानीय लोगों ने राज्य की राजधानी अहमदाबाद में नशे में धुत पुलिसकर्मी की पिटाई की थी.
दावा
इस वीडियो को कई यूजर्स ने इस दावे से शेयर किया है कि वीडियो हैदराबाद में मुसलमानों का पुलिस पर हमला दिखाता है. इसे शेयर कर दावे में लिखा गया है कि: ''हैदराबाद के कोंडापुर हफीजपेट में 28 मई 2021 मुसलमानों ने पुलिस को रात 10 बजे पकड़ा. इसके बाद, व्यंग्यात्मक तरीके से ये भी लिखा है कि ये 'फ्रैंडली पोलिसिंग' हैं.''

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने InVid का इस्तेमाल करके वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से एक फ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें ये वीडियो TV9 Gujarati के यूट्यूब चैनल पर मिला. जिसे 21 अक्टूबर 2021 को पब्लिश किया गया था.
TV9 Gujarati की रिपोर्ट के मुताबिक, ये वीडियो अहमदाबाद का है, जहां नशे में धुत एक पुलिसकर्मी को लोगों के साथ गलत व्यवहार करने की वजह से पीटा गया था.
News18 Gujarati पर भी इस घटना पर एक रिपोर्ट मिली. जिसके मुताबिक पुलिसकर्मी की पहचान सुनील सिंह चौहान के तौर पर हुई है और ये घटना सोला थाना क्षेत्र में हुई थी.
रिपोर्ट के आगे बताया गया है इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इनके नाम मयूर रमेशभाई रावल, सागर चुन्नीलाल पटेल, दीपेनकुमार महेंद्रभाई मारू, हार्दिक हर्षदभाई ठक्कर, कल्पेश चंदूभाई हैं.
The Times of India की रिपोर्ट में भी इस घटना से जुड़ी ये जानकारी मिली.
हमने सोला पुलिस से भी संपर्क किया. जिन्होंने पुष्टि की कि ये वीडियो अहमदाबाद में हुई घटना का है. इसका अलावा, साइबराबाद पुलिस ने एक ट्वीट में ये भी स्प्ष्ट किया कि ये घटना तेलंगाना की नहीं है.
मतलब साफ है कि गुजरात के अहमदाबाद का पुराना वीडियो इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि हैदराबाद में मुसलमानों ने पुलिस पर हमला किया है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)