सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स लड़की को बुरी तरह पीटता दिख रहा है.
क्या है दावा?: वीडियो को शेयर कर कैप्शन में लिखा जा रहा है, 'मेरा अब्दुल वैसा नहीं है' कहने वाली हिन्दू लड़कियों के साथ कुछ ऐसा ही होता है.'
वीडियो के साथ शेयर हो रहे कैप्शन में 'अब्दुल' नाम का इस्तेमाल कर ये दिखाने की कोशिश है कि मुस्लिम लड़का हिंदू लड़की को पीट रहा है.
(नोट: हिंसात्मक दृश्यों की वजह से हमने वीडियो से जुड़े आर्काइव लिंक का इस्तेमाल स्टोरी में नहीं किया है.)
(स्क्रीनशॉट देखने के लिए दाईं ओर स्वाइप करें)
कई यूजर्स ने वीडियो को 'लव जिहाद' एंगल से भी शेयर किया है.
सच क्या है?: घटना मध्य प्रदेश के रीवा जिले की है. 24 दिसंबर को वीडियो वायरल होने के बाद लड़की से मारपीट करते दिख रहे आरोपी पंकज त्रिपाठी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
क्विंट से हुई बातचीत में मऊगंज SDOP नवीन दुबे ने बताया कि घटना में शामिल आरोपी और पीड़िता दोनों एक ही समुदाय से हैं. उनमें से कोई भी मुस्लिम नहीं है, दोनों हिंदू हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया, जिससे हमें इस घटना से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
NDTV और Times of India में 25 दिसंबर को पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक, मामला मध्य प्रदेश के रीवा जिले में मऊगंज इलाके का है.
स्टोरी में, सीनियर डिविजन ऑफिसर ऑफ पोलिस (SDOP) नवीन दुबे के हवाले से बताया गया था कि आरोपी का नाम पंकज त्रिपाठी है, जो मउगंज क्षेत्र के ढेरा गांव का निवासी है.
स्टोरी में ये भी बताया गया है कि 24 साल के पंकज त्रिपाठी ने 19 साल की लड़की को कथित तौर पर इसलिए पीटा क्योंकि वो लड़के से शादी करना चाहती थी.
हमें ANI का ट्वीट भी मिला, जिसमें मामले के बारे में बताया गया था.
ट्वीट के मुताबिक, आरोपी को गिरफ्तार कर उस पर कार्रवाई की गई है.
ट्वीट में SDOP नवीन का बयान भी था, जिसके मुताबिक पीड़िता को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और आरोपी के खिलाफ मऊगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
पुलिस ने क्विंट को क्या बताया? : क्विंट ने रीवा SDOP नवीन दुबे से संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे को गलत बताते हुए कहा-
''आरोपी और पीड़िता दोनों एक ही जाति के हैं और दोनों हिंदू समुदाय से हैं. उनमें से कोई भी मुस्लिम समुदाय का नहीं है.''
प्रशासन ने आरोपी का घर गिराया : मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने आरोपी पंकज त्रिपाठी के घर पर बुलडोजर चला दिया है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आरोपी का घर गिराए जाने को लेकर ट्वीट किया. सीएम ने ये भी बताया कि पंकज त्रिपाठी का ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया.
निष्कर्ष: साफ है कि मध्यप्रदेश के रीवा में लड़की को बेरहमी से पीटता शख्स मुस्लिम नहीं है. वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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